Corona: दिल्ली में पांच जून के बाद कोविड से सबसे अधिक 45 लोगों की मौत, नए केस 11486
By सतीश कुमार सिंह | Published: January 22, 2022 08:41 PM2022-01-22T20:41:27+5:302022-01-22T21:16:51+5:30
Corona: सरकारी आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में कोरोना के 61,954 सक्रिय मामले हैं, जिनमें से 48,356 मरीज घर पर ही पृथकवास में हैं।
Corona: दिल्ली में पांच जून के बाद कोविड-19 से सर्वाधिक 45 लोगों की मौत हुई है। संक्रमण के 11,486 नए मामले है। संक्रमण दर 16.36 प्रतिशत है। 24 घंटे में केस बढ़ा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा साझा किए गए आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है।
विभाग के स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार दिन में की गई जांच की संख्या 70,226 थी। राष्ट्रीय राजधानी में अब मामलों की कुल संख्या बढ़कर 17,82,514 हो गई जबकि मृतकों की संख्या बढ़कर 25,586 पर पहुंच गई। पांच जून को शहर में 60 लोगों की मौत हुई थी।
Delhi reports 11,486 new #COVID19 cases, 14,802 recoveries and 45 deaths in the last 24 hours; positivity rate 16.36%
— ANI (@ANI) January 22, 2022
Active cases 58,593
Cumulative Positivity Rate 5.18% pic.twitter.com/0sxxL7vkwY
बुलेटिन के अनुसार शनिवार को संक्रमण दर 16.36 प्रतिशत रही। राष्ट्रीय राजधानी में 13 जनवरी को कोविड-19 के एक दिन में सबसे अधिक 28,867 मामले दर्ज किये गये थे। राज्यों को बहुत कम समय में आंकड़े देने वाली प्रयोगशालाएं तथा जिलों और विधानसभा क्षेत्रों के आधार पर कोरोना वायरस के मरीजों को पृथक करना दिल्ली सरकार द्वारा तय मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) का हिस्सा हैं।
पिछले सप्ताह जारी एक आदेश में, स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि उसने कोविड-देखभाल केंद्रों के लिए एसओपी तैयार किए हैं, जिसमें रोगियों की टेलीकॉलिंग से संबंधित दिशानिर्देशों पर अमल भी शामिल है। एसओपी के तहत प्रयोगशालाओं को 20 घंटे के भीतर राज्य कोविड-19 प्रतिक्रिया केंद्र को वास्तविक समय आधारित आंकड़े उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है।
उन्हें कोरोना के मामलों को जिला, विधानसभा क्षेत्र और वार्ड आदि के आधार पर पृथक करने को भी कहा गया है। ये आंकड़े एकीकृत प्रबंधन ऐप पर प्रकाशित होगा। आदेश में कहा गया है कि कोविड सेंटर की टेलीकॉलिंग इकाई नमूने के संक्रमित पाए जाने की स्थिति में रोगियों को आधे घंटे के भीतर कॉल करने के लिए जिम्मेदार होती है।
यदि रोगी को अस्पताल में भर्ती की आवश्यकता होती है तो संबंधित केंद्र की टीम एक घंटे के भीतर पहुंचेगी और सारी सुविधाएं उपलब्ध कराएगी। आदेश में कहा गया है, ‘‘रोगी के घर पहुंचने वाली टीम मौके पर इस बात का आंकलन करेगी कि क्या रोगी को दिशानिर्देशों के तहत घर में ही पृथकवास में रखा जाना है या उसे कोविड देखभाल केंद्र ले जाने की आवश्यकता है।
इस प्रकार रोगियों का वर्गीकरण किया जा सकता है कि वह अस्पताल ले जाने लायक है या सीसीसी या सेंटर में भर्ती कराने लायक, अथवा घर में पृथकवास में रखने लायक है।’’ इसमें कहा गया है कि यदि आवश्यकता पड़ती है तो रोगी के घर पहुंचने वाली टीम डॉक्टर को वीडियो कॉल कर सकती है।