कोरोना कहर में अपनों ने छोडा साथ, विधायक और बीडीओ ने कंधा देकर कराया अंतिम संस्कार
By एस पी सिन्हा | Published: May 12, 2021 07:25 PM2021-05-12T19:25:17+5:302021-05-12T19:25:17+5:30
सरैया प्रखंड के उत्तरी क्षेत्र के एक गांव में सोमवार को एक अधेड़ की कोरोना से मौत हो गई। सोमवार की पूरी रात शव घर में पड़ा रहा।
बिहार में जारी कोरोना माहामारी के बीच हो रही मौतों से जब अपने साथ छोड दे रहे हैं तो पराये हीं दिख के साथी बन रहे हैं। ऐसे खबरें राज्य के कई जगहों से लगातार आ रही हैं। इसी कडी में मुजफ्फरपुर जिले के सरैया प्रखंड की बेरूआ पंचायत के पगहियां ऐमा निवासी 47 वर्षीय योगेंद्र सिंह की सोमवार की शाम कोरोना से मौत हो गई।
मौत से सहमे स्वजन व ग्रामीणों ने दाह संस्कार में शामिल होने से इनकार कर दिया। इसके बाद शव घर में पडा रहा। मृतक के घर में बच्चे व बेबस पत्नी थी। मंगलवार की सुबह शव वाहन और जेसीबी के साथ बीडीओ डॉ। भृगुनाथ सिंह पहुंचे और दाह-संस्कार की तैयारी शुरू कराई।
बताया जाता है कि जब सबने साथ छोड दिया तो स्थानीय विधायक अशोक कुमार सिंह, बीडीओ डॉ। भृगुनाथ सिंह, किशोर कुणाल व मृतक के पुत्र ने पीपीई किट पहन शव को कंधा दिया। इसके बाद दाह-संस्कार किया गया। विधायक ने कहा कि संकट की घड़ी में आगे बढ़कर काम करना पड़ेगा।
किसी भी कोरोना पीडि़त की मौत होगी मैं दाह संस्कार को लेकर आगे रहूंगा। उधर, मुजफ्फरपुर जिले के सरैया प्रखंड के रेवाघाट स्थित नारायणी नदी के तट पर दाह संस्कार को लेकर शवों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि देखी जा रही है।
आम दिनों की अपेक्षा पिछले एक पखवाडे से शवों के दाह संस्कार की संख्या में पांच से छह गुना से अधिक वृद्धि हुई है। इससे घाट पर तरबूज सहित अन्य सब्जियों की खेती करने वाले किसानों में दहशत है। वहीं, कोरोना महामारी में मरने वालों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि से लोग काफी भयभीत हैं।