कोरोना संकट: RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा- अगर कोई डर से या क्रोध से कुछ उलटा सीधा करता है तो सारे समूह से दूरी बनाना सही नहीं है
By अनुराग आनंद | Published: April 26, 2020 06:01 PM2020-04-26T18:01:20+5:302020-04-26T18:02:29+5:30
तबलीगी जमात से जुड़े विवाद की तरफ इशारा करते हुए मोहन भागवत ने कहा- अगर कोई डर से या क्रोध से कुछ उलटा सीधा कर देता है तो सारे समूह पर दोष देना सही नहीं है।
नई दिल्ली: देश भर में कोरोना संक्रमितों की संख्या में तेजी से हो रहे वृद्धि के बीच मेहन भागवत ने कहा कि यह कोरोना से डरने का नहीं लड़ने का समय है। उन्होंने कहा कि देश के लोगों को इस समय का मजबूती से सामना करना चाहिए।
इसके साथ ही तबलीगी जमात से जुड़े विवाद की तरफ इशारा करते हुए मोहन भागवत ने कहा- अगर कोई डर से या क्रोध से कुछ उलटा सीधा कर देता है तो सारे समूह को उसमें लपेटकर उससे दूरी बनाना ठीक नहीं है।
मोहन भागवत ने कहा कि सभी लोगों को घर में रहकर ही यह जंग जीतनी है। घर में रहकर लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। अपने घर में रहें और ईश्वर से प्रार्थना करें।
There is no dearth of people who instigate others. It gives birth to anger. Anger gives birth to imprudence. It gives rise to extremist acts. We know that there are forces which reap benefit out of it and they are making attempts: RSS Chief Mohan Bhagwat https://t.co/XvF74x3ZdT
— ANI (@ANI) April 26, 2020
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सेवाकार्य बिना किसी भेदभाव के सबके लिए करना है। जिन्हें सहायता की आवश्यकता है वे सभी अपने है, उनमें कोई अंतर नहीं करना है। अपने लोगों की सेवा उपकार नहीं है वरन हमारा कर्तव्य है।
आरएसएस चीफ ने कहा कि अपने समाज की सर्वांगीण उन्नति हमारी प्रतिज्ञा है। इसलिए जब तक काम पूरा नहीं होगा तब तक हमें सतत् भाव से यह सेवा कार्य करते रहना है।