'सिर्फ टीएमसी समर्थक बांग्लादेशियों को मतदाता सूची में जगह मिले', टीएमसी विधायक के बयान पर विवाद, वीडियो सामने आया
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 17, 2022 11:51 AM2022-11-17T11:51:13+5:302022-11-17T12:17:47+5:30
तृणमूल कांग्रेस के एक विधायक खोकन दास का एक बयान सामने आने के बाद विवाद मच गया है। सामने आए वीडियो में टीएमसी विधायक कार्यकर्ताओं से कथित तौर पर यह सुनिश्चित करने के लिए कह रहे हैं कि राज्य में सत्ताधारी पार्टी का समर्थन करने वाले बांग्लादेशी प्रवासियों को ही मतदाता सूची में जगह मिले।
कोलकाता: पश्चिम बंगाल में कई बांग्लादेशी के घुसपैठ के बड़े विवाद के बीच ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के एक विधायक के बयान पर विवाद शुरू हो गया है। तृणमूल विधायक के वायरल हो रहे वीडियो में वे टीएमसी कार्यकर्ताओं को बांग्लादेश से आए ऐसे लोगों के नाम वोटर लिस्ट में जरूर डलवाने की बात कह रहे हैं जो तृणमूल का समर्थन करते हैं। दरअसल, देश के बाकी हिस्सों के साथ पश्चिम बंगाल में भी मतदाता सूची संशोधन का काम इन दिनों चल रहा है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे कथित वीडियो में पश्चिम बंगाल के बर्धमान दक्षिण के विधायक खोकन दास को यह कहते हुए सुना जा सकता है, 'कई नए लोग आ रहे हैं...वे बांग्लादेश से हैं। इनमें से कई लोग हिंदू भावनाओं के आधार पर बीजेपी को वोट देते हैं। इसलिए सुनिश्चित करें कि हमारी पार्टी का समर्थन करने वालों को ही वोटर लिस्ट में जगह मिले।'
यह वीडियो वर्धमान में मंगलवार को आयोजित एक जनसभा का बताया जा रहा है। न्यूज एजेंसी पीटीआई ने कहा कि वह वीडियो की प्रामाणिकता की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं कर सका है।
जब पत्रकारों ने दास से अपना बयान स्पष्ट करने को कहा तो उन्होंने कहा, 'अवैध बांग्लादेशी प्रवासी हर रोज हमारे क्षेत्र में प्रवेश कर रहे हैं। मैंने टीएमसी कार्यकर्ताओं से कहा कि उनके नाम मतदाता सूची में शामिल नहीं होने चाहिए।'
दास के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के वर्धमान जिले के प्रवक्ता सौम्यराज मुखोपाध्याय ने कहा कि दास को मुद्दे का राजनीतिकरण करने के बजाय केंद्र और राज्य सरकार को अवैध प्रवासियों के बारे में जानकारी देनी चाहिए। उन्होंने कहा, 'यही कारण है कि हम संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) लागू करेंगे।'
वहीं, टीएमसी के पूर्व वर्धमान जिले के प्रवक्ता प्रसेनजीत दास ने दावा किया कि विधायक की टिप्पणियों का ‘गलत अर्थ’ निकाला गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि सीएए के कार्यान्वयन के पीछे भाजपा की ‘राजनीतिक मंशा’ है।
(भाषा इनपुट)