मतभेद भुला और एकजुट होकर भाजपा के खिलाफ लड़ें विपक्षी दल : देवेगौड़ा
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: January 20, 2019 02:30 AM2019-01-20T02:30:12+5:302019-01-20T02:30:12+5:30
अक्सर यह सवाल पूछा जाता है कि मोदी के बाद प्रधानमंत्री कौन होगा. उन्होंने कहा कि विपक्षी नेताओं को निश्चित रूप से यह आत्मविश्वास होना चाहिए कि वे पांच साल तक स्थिर सरकार दे सकते हैं और यह रैली में एकत्र नेताओं द्वारा सुनिश्चित भी किया जाना चाहिए.
कोलकाता पूर्व प्रधानमंत्री एच. डी. देवेगौड़ा ने शनिवार को कहा कि आम चुनाव सिर पर हैं, ऐसे में विपक्षी दलों को चाहिए कि वे आपसी मतभेद भुलाकर और एकजुट होकर भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ें. जद(एस) प्रमुख ने सलाह दी कि वरिष्ठ नेताओं का एक छोटा समूह बनाया जाना चाहिए जो एक खाका तैयार करने पर फैसला करेगी कि वे सुशासन कैसे देंगे.
उन्होंने कहा कि भाजपा के खिलाफ सीधी लड़ाई हो, यह सुनिश्चित करने के लिए आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर सीट बंटवारे के कठिन कार्य को भी सुलझा लिया जाना चाहिए. यहां ब्रिगेड परेड ग्राउंड में ममता बनर्जी द्वारा आयोजित विशाल रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ''जनता नई सरकार चाहती है.''
देवेगौड़ा ने कहा, ''मजबूत राष्ट्र के निर्माण के लिए एक स्थिर सरकार की जरूरत है. लेकिन 2014 के चुनाव में 282 सीटें पाने के बाद भी नरेंद्र मोदी एक मजबूत राष्ट्र का निर्माण करने के बजाय देश के धर्मनिरपेक्ष स्वरूप को तहस-नहस करना और सभी संवैधानिक संस्थानों को बर्बाद कर देना चाहते हैं.''
उन्होंने कहा कि अक्सर यह सवाल पूछा जाता है कि मोदी के बाद प्रधानमंत्री कौन होगा. उन्होंने कहा कि विपक्षी नेताओं को निश्चित रूप से यह आत्मविश्वास होना चाहिए कि वे पांच साल तक स्थिर सरकार दे सकते हैं और यह रैली में एकत्र नेताओं द्वारा सुनिश्चित भी किया जाना चाहिए.
मजबूत राष्ट्र के निर्माण के लिए एक स्थिर सरकार की जरूरत है. लेकिन 2014 के चुनाव में 282 सीटें पाने के बाद भी नरेंद्र मोदी एक मजबूत राष्ट्र का निर्माण करने के बजाय देश के धर्मनिरपेक्ष स्वरूप को तहस-नहस करना और सभी संवैधानिक संस्थानों को बर्बाद कर देना चाहते हैं.जनता नई सरकार चाहती है. एच. डी. देवेगौड़ा, जद(एस) प्रमुख