अमर जवान ज्योति के विलय पर छिड़ा विवादः कांग्रेस ने कहा- राष्ट्रीय त्रासदी और इतिहास को मिटाने की कोशिश, बोली सरकार, ये अजीब बात है कि...
By अनिल शर्मा | Published: January 21, 2022 11:27 AM2022-01-21T11:27:35+5:302022-01-21T11:41:43+5:30
कांग्रेस के लौ बुझाने के आरोपों पर सरकार ने कहा कि अमर जवान ज्योति की लौ बुझ नहीं रही है। इसे राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के ज्वाला में मिला दिया जा रहा है।
नई दिल्लीः दिल्ली के इंडिया गेट पर पिछले 50 साल से जल रही अमर जवान ज्योति (Amar Jawan Jyoti) का शुक्रवार को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर जल रही लौ में विलय कर दिया जाएा। सरकार के इस फैसले पर अव विवाद छिड़ गया है। कांग्रेस ने सरकार पर अमर जवान ज्योति की लौ को बुझने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह राष्ट्रीय त्रासदी और इतिहास को मिटाने की कोशिश है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा, "बहुत दुख की बात है कि हमारे वीर जवानों के लिए जो अमर ज्योति जलती थी उसे आज बुझा दिया जाएगा।" उन्होंने कहा कि कुछ लोग देशप्रेम व बलिदान नहीं समझते। कोई बात नहीं हम अमर जवान ज्योति एक बार फिर जलाएंगे!
भारत के लोगों के अंतरात्मा और उनकी मानसिकता में अमर जवान ज्योति की अपनी एक विशेष स्थान है इसलिए अमर जवान ज्योति की लौ को बुझाकर इसे राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के ज्योति में मिलाए जा रहा है ये राष्ट्रीय त्रासदी और इतिहास को मिटाने की कोशिश है: मनीष तिवारी, कांग्रेस pic.twitter.com/vFUs58Dzum
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 21, 2022
वहीं कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने भी सरकार पर इतिहास को मिटाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा,भारत के लोगों के अंतरात्मा और उनकी मानसिकता में अमर जवान ज्योति की अपनी एक विशेष स्थान है इसलिए अमर जवान ज्योति की लौ को बुझाकर इसे राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के ज्योति में मिलाए जा रहा है ये राष्ट्रीय त्रासदी और इतिहास को मिटाने की कोशिश है।
कांग्रेस के लौ बुझाने के आरोपों पर सरकार ने कहा कि अमर जवान ज्योति की लौ बुझ नहीं रही है। इसे राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के ज्वाला में मिला दिया जा रहा है। कांग्रेस को गठघरे में खड़ा करते हुए सरकार ने पलटवार किया कि ये विडंबना ही है कि जिन लोगों ने 7 दशकों तक राष्ट्रीय युद्ध स्मारक नहीं बनाया, वे अब हंगामा कर रहे हैं जब युद्धों में जान गंवाने वाले हमारे भारतीय जवानों को स्थायी और उचित श्रद्धांजलि दी जा रही है।
अमर जवान ज्योति की लौ बुझ नहीं रही है। इसे राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के ज्वाला में मिला दिया जा रहा है। ये अजीब बात थी कि अमर जवान ज्योति की लौ ने 1971 और अन्य युद्धों में जान गंवाने वाले जवानों को श्रद्धांजलि दी, लेकिन उनका कोई भी नाम वहां मौजूद नहीं है: भारत सरकार के सूत्र
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सरकार ने जवाब दिया, 1971 और उसके पहले और बाद के युद्धों सहित सभी युद्धों में सभी जान गंवाने वाले भारतीय जवानों के नाम राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में रखे गए हैं इसलिए वहां युद्ध में जान गंवाने वाले भारतीय जवानों को देने वाली ज्योति का होना ही सच्ची 'श्रद्धांजलि' है। अमर जवान ज्योति की लौ बुझ नहीं रही है। इसे राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के ज्वाला में मिला दिया जा रहा है। ये अजीब बात थी कि अमर जवान ज्योति की लौ ने 1971 और अन्य युद्धों में जान गंवाने वाले जवानों को श्रद्धांजलि दी, लेकिन उनका कोई भी नाम वहां मौजूद नहीं है।