इंदौर के चौराहे पर अखंड भारत के नक्शे की प्रतिकृति को लेकर कांग्रेस ने साधा निशाना
By भाषा | Published: June 11, 2021 07:30 PM2021-06-11T19:30:56+5:302021-06-11T19:30:56+5:30
इंदौर, 11 जून भाजपा शासित मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के एक मुख्य चौराहे पर अखंड भारत के नक्शे की प्रतिकृति लगाए जाने को लेकर विपक्षी कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर शुक्रवार को निशाना साधा और पूछा कि क्या इस प्रतिकृति से पड़ोस के संप्रभु मुल्कों के साथ भारत के दोस्ताना रिश्तों पर असर नहीं पड़ेगा?
अधिकारियों ने बताया कि शहर के फूटी कोठी चौराहे के एक किनारे पर अखंड भारत के नक्शे की प्रतिकृति करीब दो साल पहले स्थापित की गई थी। चश्मदीदों के मुताबिक इसके सामने आमतौर पर छोटे मालवाहक वाहन खड़े रहते हैं।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अमीनुल खान सूरी ने एक बयान में कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को जवाब देना चाहिए कि क्या इंदौर के मुख्य चौराहे पर अखंड भारत के नक्शे की प्रतिकृति क्या उनकी विदेश नीति के मुताबिक है और भविष्य का कोई संकेत देती है ?
उन्होंने कहा, "मोदी सरकार को यह भी स्पष्ट करना चाहिए कि क्या सार्वजनिक स्थल पर ऐसी प्रतिकृति लगाए जाने से पड़ोस के संप्रभु देशों से भारत के मैत्रीपूर्ण संबंधों पर असर नहीं पडे़गा?"
सूरी ने यह मांग भी की कि इंदौर नगर निगम (आईएमसी) के उन अफसरों के खिलाफ उचित कदम उठाए जाने चाहिए जिन्होंने फूटी कोठी चौराहे पर अखंड भारत के नक्शे की प्रतिकृति लगाए जाने को मंजूरी दी।
इस बारे में पूछे जाने पर आईएमसी के क्षेत्रीय अधिकारी योगेंद्र गंगराड़े ने बताया कि अखंड भारत के नक्शे की प्रतिकृति निगम के यातायात विभाग ने फूटी कोठी चौराहे के विकास के दौरान करीब दो साल पहले लगाई थी। लेकिन किसी कारणवश इसका औपचारिक उद्घाटन नहीं हो सका था और इसे ढंककर रखा गया था।
उन्होंने बताया, "अखंड भारत के नक्शे की प्रतिकृति से दो-चार महीने पहले ही आवरण हटाया गया था। मुझे इस मामले में इससे ज्यादा जानकारी नहीं है।" इस बीच, इंदौर लोकसभा क्षेत्र के भाजपा सांसद शंकर लालवानी ने अखंड भारत की प्रतिकृति को देश के इतिहास से जोड़ते हुए कहा, "जब भारत अखंड था, तो वर्तमान के पड़ोसी मुल्क भारत में ही शामिल थे और हमारी सीमाएं दूर-दूर तक फैली थीं। मुझे लगता है कि किसी व्यक्ति ने इतिहास के इन तथ्यों को ध्यान में रखकर ही इंदौर के चौराहे पर अखंड भारत की प्रतिकृति लगाई होगी।
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