कांग्रेस का पोल खोल, ये है सर्जिकल स्ट्राइक के वीडियो का अमित शाह बैंक घोटाला मामले से कनेक्शन
By स्वाति सिंह | Published: June 30, 2018 03:25 PM2018-06-30T15:25:01+5:302018-06-30T15:35:40+5:30
भारतीय सेना द्वारा किए इस सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो बुधवार (27 जून) को सबके जारी किया गया था।
नई दिल्ली, 30 जून: अभी हाल ही में भारतीय सेना द्वारा 2016 में किए सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो सामने आया है। जिसके बाद से विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर सवाल उठा रहा हैं। इसी बीच कांग्रेस ने इसे लेकर एक सर्वे करवाया है।सर्वे में उन्होंने जनता से पूछा 'डेढ़ साल बाद सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो जारी करके बीजेपी किस मुद्दे से लोगों का ध्यान हटाने की कोशिश कर रही है? विकल्प में उन्होंने -रुपये में गिरावट, -अमित शाह बैंक घोटाला और -स्विस बैंक जमा का बढ़ना दिया था। इस सर्वे पर कुल 4,786 लोगों ने वोट कर अपनी प्रतिक्रिया दी है। जिसमे 51% प्रतिशत लोगों ने अमित शाह बैंक घोटाले को चुना है। इसके बाद 25% प्रतिशत लोगों ने रुपये में गिरावट और 24% प्रतिशत लोगों ने स्विस बैंक जमा का बढ़ना चुना है। अपने इस सर्वे की जानकारी कांग्रेस ने अपने अधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर दी है।
Food for thought: By releasing the surgical strikes video after a year and a half, what is the BJP trying to divert attention from?
— Congress (@INCIndia) June 29, 2018
गौरतलब है कि दो साल पहले भारतीय सेना ने जम्मू कश्मीर में लाइव ऑफ कंट्रोल के पार जाकर आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल हमला किया था। जिससे आतंकवादीयों को भारी नुकसान हुआ था। भारतीय सेना द्वारा किए इस सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो बुधवार (27 जून) को सबके जारी किया गया था।
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बता दें कि कांग्रेस ने अमित शाह पर आरोप लगाया कि राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) को यह जानकारी छिपाने के लिए बयान जारी करने को मजबूर किया गया कि नोटबंदी के समय उस सहकारी बैंक में पांच दिनों के भीतर करीब 746 करोड़ रुपये जमा कराए गए जिसमें भाजपा अध्यक्ष अमित शाह निदेशक हैं। पार्टी ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री इस पूरे मामले की जांच कराएं ताकि सच्चाई सामने आ सके।कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा 'आरटीआई से मिली जानकारी के आधार पर जब कांग्रेस ने जवाब मांगा तो नाबार्ड को मजबूर किया गया कि वह आरटीआई आवेदन से सामने आए अपने ही जवाब को छिपाने के लिए बयान जारी करे।'सरकार पर संवैधानिक संस्थाओं और मीडिया की स्वतंत्रता पर हमला किए जाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने सवाल किया, ‘‘आखिर नाबार्ड पर किसने दबाव बनाया कि वह बयान जारी करे?’’
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दरअसल, कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने दावा किया था कि नोटबंदी के समय अहमदाबाद जिला सहकारी बैंक में पांच दिनों के भीतर करीब 746 करोड़ रुपये जमा कराए गए। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह इस बैंक में निदेशक हैं। कांग्रेस के इस दावे के बाद सहकारी बैंकों के विनियामक नाबार्ड ने एक बयान जारी कर कहा था, ‘‘अहमदाबाद डीसीसीबी के कुल 17 लाख खातों में से महज 1.60 लाख खातों में पुराने नोट जमा किये गए या बदले गये जो सभी जमा खातों का महज 9.37 प्रतिशत है।’’ वित्त मंत्री पीयूष गोयल द्वारा कांग्रेस के आरोपों को खारिज किए जाने पर खेड़ा ने कहा, ‘‘अस्थायी वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने अमित शाह के बचाव का विफल प्रयास किया। उनको यह पता होना चाहिए कि सच को दबाया नहीं जा सकता। अब सच सामने आ रहा है।’’
महाराष्ट्र के एक औद्योगिक समूह से जुड़े कथित बैंकिंग घोटाले का उल्लेख करते हुए खेड़ा ने दावा किया कि इस समूह के मालिक का बीजेपी और आरएसएस से गहरा संबंध है और इसे बचाने की कोशिश की गई है।