मोदी सरकार के खिलाफ सोनिया गांधी ने खोला मोर्चा, 20 अगस्त को विपक्ष की बैठक बुलाई
By शीलेष शर्मा | Published: August 12, 2021 06:17 PM2021-08-12T18:17:07+5:302021-08-12T18:18:24+5:30
पेगासस जासूसी मामला, तीन केंद्रीय कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग सहित अन्य मुद्दों पर विपक्षी दलों के शोर-शराबे के कारण पूरे सत्र में सदन में कामकाज बाधित रहा।
नई दिल्लीः कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 20 अगस्त को विपक्षी दलों के नेताओं की वर्चुअल मीटिंग बुलाई है। सोनिया गांधी ने मोदी सरकार के खिलाफ सीधा मोर्चा खोल दिया है।
कांग्रेस सूत्रों से मिली खबरों के अनुसार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन भी शामिल होंगे।आगामी विधानसभा चुनाव और 2024 में होने वाले चुनाव को ध्यान में रख कर सोनिया ने विपक्ष को लामबंद करने की कमान सीधे अपने हाथों में ले ली है।
10 जनपथ के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सोनिया विपक्ष के नेताओं से सीधे बात कर रहीं हैं। दरअसल हाल ही में पार्टी द्वारा कराये गए आंतरिक सर्वेक्षण में जो तथ्य सामने आये उसने कांग्रेस की सक्रियता बढ़ा दी है।
इस सर्वेक्षण में बताया गया है कि पेट्रोल -डीज़ल की बढ़ती कीमतों, किसान आंदोलन, पेगासस जासूसी और आसमान छूती महंगाई जैसे कारणों से मोदी और भाजपा की लोकप्रियता लगातार घट रही है। लोग कोरोना महामारी से निपटने की सरकार की कोशिशों से भी खुश नहीं हैं।
कांग्रेस इस मौके का राजनीतिक लाभ उठा सकती है लेकिन मोदी के खिलाफ मुहीम तभी सफल हो सकेगी जब विपक्ष पूरी तरह लामबंद हो। इसी सुझाव को देखते हुये सोनिया ने वर्चुअल बैठक बुलाने का फैसला लिया।
पार्टी के उच्च पदस्थ सूत्रों ने खुलासा किया कि अगस्त के अंतिम सप्ताह अथवा सितंबर के पहले सप्ताह में सोनिया विपक्ष के नेताओं के लिए रात्रि भोज का आयोजन करने पर विचार कर रहीं हैं। 20 अगस्त की बैठक में उन मुद्दों को चिन्हित किया जाएगा जिसको आधार बनाकर मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष राष्ट्रव्यापी मुहिम सामूहिक रूप से शुरू कर सके।