कांग्रेस ने आईएसएफ मुद्दे पर आनंद शर्मा को आड़े हाथ लिया
By भाषा | Published: March 2, 2021 10:27 PM2021-03-02T22:27:47+5:302021-03-02T22:27:47+5:30
नयी दिल्ली, दो मार्च कांग्रेस ने अपने वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा को परोक्ष तौर पर आड़े हाथ लेते हुए
मंगलवार को कहा कि पश्चिम बंगाल में पार्टी का गठबंधन एक ‘‘धर्मनिरपेक्ष मोर्चा’’ है जो भाजपा से लड़ने के लिए बनाया गया है। कांग्रेस ने साथ ही पार्टी में सभी से आग्रह किया कि वे इसमें बिना किसी शर्त के शामिल हों।
शर्मा ने पश्चिम बंगाल में कांग्रेस के इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) के साथ गठबंधन की आलोचना की थी।
शर्मा ने मुस्लिम धर्मगुरु अब्बास सिद्दीकी के नेतृत्व वाले इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) के साथ पार्टी के गठजोड़ की सोमवार को आलोचना करते हुए कहा था कि ‘यह पार्टी की मूल विचारधारा तथा गांधीवादी और नेहरूवादी धर्मनिरपेक्षता के खिलाफ है और पार्टी सांप्रदायिकता के खिलाफ लड़ाई में चयनात्मक नहीं हो सकती है।’’
शर्मा की आलोचना के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने भाजपा पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि वह अपने राजनीतिक विरोधियों को सांप्रदायिक करार देकर ‘‘दुष्प्रचार’’ कर रही है और खुद को धर्मनिरपेक्ष होने का दावा कर रही है।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘पूरा विचार यह है कि बंगाल में यह एक बड़ा मोर्चा जहां तक संभव हो भाजपा के खिलाफ एक अच्छा राजनीति मुकाबला देने के लिए है, विशेष तौर पर विकृत राजनीति के खिलाफ और इसलिए हममें से प्रत्येक, मेरे वरिष्ठों, सम्मानित और मूल्यवान सहयोगियों में से हर एक को पूरे दिल से और बिना शर्त इस लड़ाई में शामिल होना चाहिए ताकि भाजपा के इस दुष्प्रचार का मुकाबला हम मिलकर करें।’’
उन्होंने कहा कि उस मोर्चे की एक पार्टी - माकपा ने अपने कोटे से आईएसएफ को सीटें देने का फैसला किया है।
शर्मा ने कोलकाता में एक रैली में आईएसएफ नेता के साथ मंच साझा करने के लिए पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस प्रमुख अधीर रंजन चौधरी से सोमवार को स्पष्टीकरण मांगा था।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।