कांग्रेस में बड़े स्तर पर नेताओं को बदलने की तैयारी, सोनिया गांधी ले रहीं खुद फैसले, राहुल को रखा अलग
By शीलेष शर्मा | Published: March 16, 2022 05:34 PM2022-03-16T17:34:45+5:302022-03-16T17:34:45+5:30
पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के बाद पार्टी में हलचल मची है। ऐसी खबरें हैं कि सोनिया गांधी अपने स्तर पर पार्टी में कई बड़े बदलाव करने जा रही हैं।
नई दिल्ली: हाल में विधानसभा चुनावों में शर्मनाक पराजय और कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में तीखे सवालों का सामना करने के बाद सोनिया गांधी ने आनन फानन में कड़े फैसले लेने की शुरुआत कर दी है। हैरानी की बात यह है कि सभी फैसलों से सोनिया ने राहुल गांधी को अलग रखा है। इसी क्रम में बुधवार को सोनिया ने पंजाब से पार्टी के सांसदों के साथ लंबी चर्चा की।
पंजाब में टिकटों को बेचने जैसे आरोप आए सामने
सूत्र बताते हैं कि इन सांसदों ने प्रदेश के चुनाव प्रभारी अजय माकन तथा हरीश चौधरी पर गंभीर आरोप लगाते हुये सोनिया को टिकटों को बेचने जैसे आरोपों की जानकारी दी। पार्टी के सांसद जसवीर गिल ने दावा किया कि वह टिकटों के बेचने के सबूत सामने रख सकते हैं।
सोनिया की हिदायत के बाद नवजोत सिंह सिद्धू, अजय कुमार लल्लू जैसे पांचों राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों के इस्तीफे हो चुके हैं। हालांकि लगता है कि अब बात यहीं रुकने वाली नहीं है। पार्टी के अति विश्वस्त सूत्रों के अनुसार केंद्रीय स्तर से लेकर राज्यों तक भारी फेरबदल की तैयारी शुरू हो गयी है।
राहुल के करीबी नेताओं की होगी छुट्टी!
इस सूत्र का दावा था कि संघठन महासचिव के सी वेणुगोपाल, महासचिव रणदीप सुरजेवाला, अजय माकन, देवेंद्र यादव सहित अनेक बड़े नेताओं को उनके पदों से हटाने की तैयारी है। यह सभी राहुल के करीबी माने जाते हैं।
सूत्रों ने यह भी जानकारी दी कि महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात सहित दूसरे राज्यों में भी सोनिया बदलाव की तैयारी कर रहीं हैं। ऐसे प्रदेश अध्यक्ष जिनको लेकर अब तक शिकायतें मिली हैं उनको बदल कर नये नेताओं को जिम्मेदारी दिये जाने की चर्चा है।
बता दें कि पंजाब सहित यूपी, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। पंजाब में कांग्रेस अपनी सरकार बनाने में नाकाम रही। वहीं, यूपी में उसे केवल दो सीट आए। पंजाब में कांग्रेस को केवल 18 सीट मिले। गोवा में भी कांग्रेस को बड़ी उम्मीद थी पर भाजपा बहुमत के ज्यादा करीब पहुंची और सरकार बनाने की तैयारी में है।