कर्नाटकः विधायकों के इस्तीफे से भड़की कांग्रेस, कहा- हॉर्स ट्रेडिंग का प्रतीक बन गई है बीजेपी!
By आदित्य द्विवेदी | Published: July 6, 2019 08:31 PM2019-07-06T20:31:51+5:302019-07-06T20:31:51+5:30
कांग्रेस-जेडी(एस) गठबंधन के 11 विधायकों के इस्तीफे पर कांग्रेस पार्टी ने बीजेपी को निशाने पर लिया है। कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी देश में खरीद-फरोख्त का प्रतीक बन गई है।
कांग्रेस-जेडी(एस) गठबंधन के 11 विधायकों के इस्तीफे पर कांग्रेस पार्टी ने बीजेपी को निशाने पर लिया है। कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी देश में खरीद-फरोख्त का प्रतीक बन गई है। सुरजेवाला ने अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, मिजोरम में भी सरकार गिराने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भारतीय लोकतंत्र को नीचा करने का बीजेपी का प्रयास सफल नहीं होगा।
बीजेपी का इनकार
कर्नाटक बीजेपी अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा ने खरीद-फरोख्त के आरोप से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि कहा कि अगली सरकार के लिए हम संवैधानिक प्रावधानों को देखेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में चुनाव से जनता पर बोझ पड़ता है और राज्य चुनावों के लिए तैयार नहीं है।
बीजेपी नेता डीवी सदानंद गौड़ा ने कहा कि विधायक इस गठबंधन से बाहर आना चाहते हैं। विधायकों को लगता है कि ये सरकार उनके राज्य और निर्वाचन क्षेत्र के लिए अच्छी नहीं है। इसीलिए ये इस्तीफे हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर राज्यपाल हमें बुलाते हैं तो हम सरकार बनाने के लिए तैयार हैं। हम सबसे बड़ी पार्टी हैं।
Randeep Surjewala, Congress: A new symbol of horse trading politics has emerged in the country, MODI - Mischievously Orchestrated Defections in India. pic.twitter.com/JqzLi9tFf6
— ANI (@ANI) July 6, 2019
कर्नाटक में सियासी संकट
एच डी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली कर्नाटक की कांग्रेस-जद (एस) गठबंधन सरकार को बड़ा झटका लगा है। गठबंधन के 11 विधायकों ने शनिवार को विधानसभा अध्यक्ष के कार्यालय में अपना इस्तीफा सौंप दिया। जब विधायक अपना इस्तीफा देने के लिए वहां गए तो विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार अपने कार्यालय में नहीं थे। उन्होंने बताया कि रविवार को छुट्टी और सोमवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम होने की वजह से मंगलवार को इस्तीफे पर विचार किया जाएगा।
इस्तीफा सौंपने के बाद विधायक राज्यपाल वजुभाई वाला से मिलने राजभवन पहुंचे। इस बीच अंतिम प्रयास के तौर पर, कांग्रेस के संकट मोचक और मंत्री डी के शिवकुमार ने विधायकों से मुलाकात की और उन्हें समझाने की कोशिश की। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद सत्तारूढ़ गठबंधन के नेताओं ने भाजपा द्वारा सरकार को अस्थिर करने की आशंका जताई थी।
कर्नाटक विधानसभा का गणित
224 सदस्यीय विधानसभा में सत्ताधारी गठबंधन का संख्या बल स्पीकर के अलावा 118 (कांग्रेस-78, जद(एस)-37, बसपा-1 और निर्दलीय-2) है। इसमें वे विधायक भी शामिल हैं जिन्होंने इस्तीफा दे दिया है, चूंकि उनके इस्तीफे स्पीकर द्वारा अभी तक स्वीकार नहीं किए गए हैं। सदन में भाजपा के 105 विधायक हैं। सरकार बनाने के लिए 113 सीटों की जरूरत है।