राफेल डील में संलिप्त तीनों कंपनियों के पास नहीं था विमान बनाने का लाइसेंसः सुरजेवाला
By भारती द्विवेदी | Published: July 27, 2018 02:08 PM2018-07-27T14:08:38+5:302018-07-27T14:08:38+5:30
हमारी मांग पहली मांग ये है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण से देश की जनता को जवाब दें।
नई दिल्ली, 27 जुलाई:कांग्रेस पार्टी के तरफ से राफेल डील को लेकर प्रेस कांप्रेंस किया गया है। पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस कांफ्रेंस में मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। साथ ही रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण पर भी सवाल खड़ा किया है। प्रेस कॉफ्रेंस में सुरजेवाला ने कहा है कि 525 करोड़ की जहाज 1600 हजार करोड़ में खरीदा जा रहा है और इस पर आपत्ति क्यों नहीं होगी? हमारी पहली मांग ये है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण से देश की जनता को जवाब दें।
प्रेस कॉफ्रेस में रणदीप सुरजेवाला ने क्या-क्या कहा:
- राफेल डील प्रधानमंत्री मोदी और रक्षामंत्री निर्मल सीतारमण की सार्वजनिक तौर पर बोले गए झूठे के परतें खोल रही है।
- 28 मार्च को रिलायंस डिफेंस लिमिटेड कंपनी का गठन हुआ है। कंपनी बनने के ठीक 12 दिन बाद 10 अप्रैल को प्रधानमंत्री मोदी ने नई-नवेली कंपनी को कांट्रैक्ट दे दिया।
- रिलायंस समूह की इस कंपनी को जहाज के निर्माण का शून्य भी अनुभव नहीं है। साथ ही उस कंपनी को पास जहाज बनाने का लाइसेंस भी नहीं था।
- रक्षा मंत्रालय द्वारा डिफेंस ऑबसेट कॉट्रैक्ट के लिए बनाए गए सारे गाइडलाइंस और नियमों की मोदी सरकार ने धज्जियां उड़ा दी है।
- भारतीय जनता पार्टी एक झूठ छिपाने के लिए सौ झूठ बोल रही है। देश को बरगलाना, झूठ बोलना बीजेपी का मूलमंत्र बन गया है।
- राफेल डील में 36 जहाज को दाम से ज्यादा कीमत देख खरीदना, सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाने की बू आती है।
- साल 2015 में पीएम मोदी ने फ्रांस में राफेल डील की घोषणा की और देश की कंपनी हिंदुस्तान एरोनेटिक जैसे दूध से मक्खी निकालाते हैं, वैसे निकाला दिया।
- डोकलाम, पाकिस्तान जैसे मुद्दे पर ये सरकार 56 इंच का सीना और लाल आंख कब दिखाएगी, ये देश की जनता जानना चाहती है।
- हमारी पहली मांग ये है कि राष्ट्रीय हित के साथ जो खिलवाड़ हो रहा है। राजस्व को हानि हो रही है उस पर प्रधानमंत्री देश को जवाब दें।
- पीएम मोदी कहते हैं ना खाऊंगा ना खाने दूंगा। एक निजी कंपनी को एडॉप्ट करके 36 हजार करोड़ को कूड़े में फेंक दिया गया है। इस पर जवाब दें।
विशेष रिपोर्ट और देश-दुनिया की ताज़ा खबरों के लिए यहाँ क्लिक करें. यूट्यूब चैनल यहाँ सब्सक्राइब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट