कांग्रेस पार्टी कुछ ही घंटों में करेगी फैसला, अगला अध्यक्ष स्थायी होगा या अंतरिम
By शीलेष शर्मा | Published: August 10, 2019 06:45 PM2019-08-10T18:45:29+5:302019-08-10T19:01:51+5:30
राहुल और सोनिया गांधी ने अपने आप को हर ग्रुप से अलग रखा है हालांकि सोनिया का नाम पूर्वी क्षेत्र वाले ग्रुप में और राहुल का नाम पश्चिमी क्षेत्र वाले ग्रुप में डाला गया था. लेकिन उन्होंने यह कहकर अपने आप को अलग कर लिया कि वे अपनी ओर से कोई राय नहीं देंगे. जबकि प्रियंका गांधी को उत्तर क्षेत्र के ग्रुप में रखा गया है जिसकी रिपोर्ट रजनी पाटिल तैयार कर रही हैं.
कांग्रेस का नया अध्यक्ष चुनने के लिए शनिवार सुबह बुलाई गई मीटिंग में अचानक उस समय नया मोड़ आ गया जब राहुल गांधी ने कांग्रेस के कुछ नेताओं द्वारा अध्यक्ष पद के लिए बढ़ाये जाने वाले पर सवाल उठाते हुए सलाह दी कि कार्यसमिति कोई फैसला करने से पहले इस मुद्दे पर पार्टी के नेताओं से विस्तृत विचार-विमर्श करें.
पार्टी ने नया अध्यक्ष चुनने के लिए शनिवार रात आठ बजे पुन: बैठक बुलाई है जिसमें नये अध्यक्ष के नाम पर फैसला होगा. हालांकि बैठक शुरू होते ही कार्यसमिति के सभी सदस्यों ने जिसमें कार्यसमिति के अलावा दूसरे तमाम आला नेता मौजूद थे, ने राहुल गांधी से आग्रह किया कि इन विषम हालातों में जब देश मोदी सरकार के नेतृत्व में कठिन दौर से गुजर रहा है उनके अलावा कोई दूसरा व्यक्ति मुकाबला नहीं कर सकता, अत: वे अपना इस्तीफा वापस ले लें.
राहुल गांधी ने कार्यसमिति तथा पार्टी नेताओं की इस राय को खारिज करते हुए एक बार फिर साफ कर दिया कि वे इस्तीफा वापस नहीं लेगें.
नये अध्यक्ष चुनने के लिए राहुल के सुझाव पर पांच ग्रुपों का गठन किया गया जो अपने-अपने ग्रुप वाले राज्यों के नेताओं के नये नाम पर राय लेगें.
जो पांच ग्रुप गठित किये गये है उनमें पूर्वोत्तर क्षेत्र, पूर्वी क्षेत्र, उत्तरी क्षेत्र, पश्चिमी क्षेत्र, और दक्षिण क्षेत्र शामिल है. उत्तर पूर्व में अरुणाचल, असम, मणिपुर, मिजोरम, मेघालय, नगालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा को शामिल किया गया है. इस ग्रुप से अंबिका सोनी, अहमद पटेल, ओमन चांडी, हरीश रावत, दीपक बाबरिया, बालासाहब थोरत, अनुग्रह नारायन, के.एच. मुनिअप्पा, फेलेरो, मीरा कुमार और सचिन राव बातचीत करेंगे. इस बातचीत के आधार पर जो भी राय निकल कर आएगी उसे अरुण यादव रात आठ बजे होने वाली कार्यसमिति की बैठक में पेश करेगें. इस प्रकार अन्य राज्यों को भी नेताओं का चयन किया गया है और पूर्व क्षेत्र की रिपोर्ट सुष्मिता देव, उत्तर क्षेत्र की रिपोर्ट रजनी पाटिल, पश्चिमी क्षेत्र की रिपोर्ट गौरव गोगोई तथा दक्षिण क्षेत्र की रिपोर्ट राजीव सातव देगें.
चौंकाने वाली बात तो यह है कि इन सभी पांचों ग्रुप में जिन नेताओं को रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया है वह सभी युवा हैं और राहुल के करीबी माने जाते हैं.
राहुल और सोनिया गांधी ने अपने आप को हर ग्रुप से अलग रखा है हालांकि सोनिया का नाम पूर्वी क्षेत्र वाले ग्रुप में और राहुल का नाम पश्चिमी क्षेत्र वाले ग्रुप में डाला गया था. लेकिन उन्होंने यह कहकर अपने आप को अलग कर लिया कि वे अपनी ओर से कोई राय नहीं देंगे. जबकि प्रियंका गांधी को उत्तर क्षेत्र के ग्रुप में रखा गया है जिसकी रिपोर्ट रजनी पाटिल तैयार कर रही हैं.
समाचार लिखे जाने तक रायशुमारी का काम जारी था क्योंकि कार्यसमिति शनिवार रात ही इस बात पर फैसला लेगी कि अगला अध्यक्ष पार्टी का कौन होगा, और उसे स्थायी अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए अथवा अंतरिम.