महाराष्ट्र में कांग्रेस-राकांपा और शिव सेना की सरकार बनना तय, औपचारिक घोषणा अगले 72 घंटों में
By शीलेष शर्मा | Published: November 21, 2019 06:04 AM2019-11-21T06:04:40+5:302019-11-21T06:04:40+5:30
सोनिया से चर्चा करने के बाद कांग्रेस के सभी नेता पवार के आवास पर पहुंचे और लंबी चर्चा के बाद इस नतीजे पर पहुंचे कि तत्काल राज्य में सरकार का गठन किया जाए. माना जा रहा है कि भाजपा द्वारा तीनों दलों में तोड़-फोड़ की संभावनाओं को देखते हुए अब इन दलों के नेता बिना कोई समय गंवाए सरकार का गठन करने के लिए तैयार हो गये है.
महाराष्ट्र में कांग्रेस-राकांपा और शिव सेना के मिली-जुली सरकार बनाने की औपचारिक घोषणा अगले 72 घंटों में होने के संकेत है. उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार राकांपा और कांग्रेस ने सरकार बनाने का खाका तैयार कर लिया है अब केवल इस खाके पर शिव सेना की सहमति होनी बाकी है. माना जा रहा है कि कल तक दोनों दलों के नेता शिव सेना के नेताओं से चर्चा कर सरकार के स्वरुप को अंतिम रुप दे देगें.
इससे पूर्व शरद पवार के आवास पर राकांपा और कांग्रेस के नेताओं ने सरकार के स्वरुप को लेकर विस्तार से चर्चा की जिसमें मंत्रियों के विभाग, अधिकारियों की नियुक्ति सहित तमाम वे दूसरे मुद्दे थे जिनको सरकार द्वारा लागू किया जाना है. इस बैठक में शरद पवार, अहमद पटेल, मल्लिकार्जुन खड़गे, प्रफुल्ल पटेल, के.सी. वेणुगोपाल, जयराम रमेश, अजित पवार, बालासाहब थोरत, नबाव मल्लिक, छगन भुजबल, पृथ्वीराज चव्हाण, माणिकराव ठाकरे, सुर्पिया सुले सहित दूसरे नेता मौजूद थे.
लगभग साढ़े तीन घंटे चली बैठक में सरकार के काम करने के तरीके से जुड़े बारीक से बारीक बिंदु पर चर्चा की गयी ताकि किसी प्रकार की दुविधा किसी दल के बीच न रहे. राकांपा-कांग्रेस और शिव सेना तीनों ही सरकार का हिस्सा होगें हालांकि यह अभी साफ नहीं हुआ है कि किस दल को कितने मंत्री पद मिलेगें लेकिन अनुमान लगाया जा रहा है कि शिव सेना और राकांपा 14-14 और कांग्रेस के 12 मंत्री होगें. शिव सेना को पूर्णकालिक मुख्यमंत्री दिए जाने की संभावना है लेकिन राकांपा चाहती है कि शिव सेना और राकांपा के बीच ढाई-ढाई साल का बंटवारा हो. इस पर अंतिम फैसला शिव सेना नेताओं से होने वाली बातचीत के बाद लिया जाएगा.
बैठक के बाद नबाव मल्लिक और पृथ्वीराज चव्हाण ने साफ किया कि दोनों दलों ने विस्तार से चर्चा की है ताकि 21 दिनों से राज्य में चली आ रही अस्थिरता को समाप्त किया जा सके. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि राकांपा-कांग्रेस की कोशिश है कि तुरंत से तुरंत राज्य में एक स्थिर और मजबूत सरकार का गठन हो, चूंकि अभी कुछ बातें होनी बाकी है जो संभवत: कल अथवा आज देर रात हो सकती है जिसके बाद इस मसले पर तस्वीर साफ हो जाएगी. नबाव मल्लिक ने साफ संकेत दिए कि राज्य में जल्दी ही राकांपा-कांग्रेस और शिव सेना की सरकार होगी.
पवार के आवास पर दोनों दलों के नेताओं की बैठक से पूर्व कांग्रेस के सभी नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से चर्चा की , लगभग एक घंटे चली चर्चा में कांग्रेस ने यह तय किया कि उसे किन-किन मुद्दों पर राकांपा के साथ चर्चा करनी है इनको रेखांकित किया जाए. इसमें मंत्री पदों के बंटवारे, राज्य के प्रशासनिक ढांचे की रुपरेखा, किसानों की समस्याओं का समाधान, जैसे तमाम मुद्दे शामिल थे.
सोनिया से चर्चा करने के बाद कांग्रेस के सभी नेता पवार के आवास पर पहुंचे और लंबी चर्चा के बाद इस नतीजे पर पहुंचे कि तत्काल राज्य में सरकार का गठन किया जाए. माना जा रहा है कि भाजपा द्वारा तीनों दलों में तोड़-फोड़ की संभावनाओं को देखते हुए अब इन दलों के नेता बिना कोई समय गंवाए सरकार का गठन करने के लिए तैयार हो गये है. यह भी संकेत मिले है कि शिव सेना नेता संजय राऊत आज देर रात कांग्रेस और राकांपा नेताओं से चर्चा कर मामले को देर रात ही विराम दे देना चाहते है ताकि तत्काल सरकार के गठन की औपचारिक घोषणा हो सके.