कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ बना ग्रुप 23 हो रहा है तार-तार, कई नेता सोनिया गांधी से मिले, दोबारा पार्टी में लौटे
By शीलेष शर्मा | Published: March 23, 2021 08:54 PM2021-03-23T20:54:02+5:302021-03-23T20:55:15+5:30
ग्रुप के सदस्य रहे मनीष तिवारी को जहाँ एक और असम और बंगाल की स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल किया गया वहीं दूसरी ओर वीरप्पा मोइली को तमिलनाडु में स्टार प्रचारक बना दिया गया।
नई दिल्लीः कांग्रेस नेतृत्व की कार्य शैली पर सवाल उठाने वाला जी 23 ग्रुप तार तार होता नज़र आ रहा है। उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार ग्रुप 23 में शामिल नेता लौट लौट कर पार्टी नेतृत्व से संबंधों को सुधारने में जुट गए हैं।
इधर नेतृत्व ने भी लचीला रुख अपनाते हुए ग्रुप से अलग हुए सदस्यों को तरहीज देना शुरू कर दिया है। हाल ही में इस ग्रुप के सदस्य रहे मनीष तिवारी को जहाँ एक और असम और बंगाल की स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल किया गया वहीं दूसरी ओर वीरप्पा मोइली को तमिलनाडु में स्टार प्रचारक बना दिया गया।
जितिन प्रसाद को पहले ही पश्चिमी बंगाल का प्रभार देकर पार्टी आला कमान ने इन असंतुष्ट नेताओं को यह संकेत देने का काम किया कि जो नेता नेतृत्व के करीब आने के लिए तैयार हैं , नेतृत्व उनके प्रति कोई दुर्भाव नहीं रखता।
मुकुल वाश्निक पहले ही आपसी मतभेदों को भुलाकर पार्टी के कामों में जुट चुके हैं साथ ही पृथ्वीराज चव्हाण को भी पार्टी नेतृत्व चुनाव की ज़िम्मेदारी पहले ही सौप चुका है। राहुल गांधी के नज़दीकी सूत्रों ने दावा किया कि अब यह ग्रुप 23 सिमट कर ग्रुप 3 - 4 रह गया है जिसमें आनंद शर्मा, ग़ुलाम नबी आज़ाद और कपिल सिब्बल जैसे नेता बचे हैं।
शेष सभी बाकी नेता बारी बारी से लौटकर पार्टी के क़रीब आ रहे हैं। मना जा रहा हैकि इन पांच राज्यों के विशानसभा चुनावों के नतीजों के बाद कांग्रेस नेतृत्व शेष बचे असंतुष्ट नेताओं को लेकर कोई कड़ा फैसला ले सकता है।