कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा का बेतुका बयान, कहा-15 साल में बच्चे पैदा करने लायक हो जाती हैं लड़कियां, 21 साल करने की क्या जरूरत
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: January 13, 2021 08:59 PM2021-01-13T20:59:45+5:302021-01-13T21:07:22+5:30
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक कार्यक्रम में लड़कियों की शादी की उम्र को लेकर बहस की जरूरत बताई थी। उन्होंने इसे 18 से बढ़ाकर 21 साल किए जाने की बात कही थी।
भोपालः मध्य प्रदेश के कांग्रेस नेता एवं प्रदेश के पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने बुधवार को बेटियों के बारे में विवादित बयान दिया।
उन्होंने कहा कि 13 साल में बच्चियां प्रजनन के लायक हो जाती हैं, तो उनकी शादी की उम्र 21 साल करने की क्या जरूरत है। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा देश में बेटियों की शादी की उम्र 18 से बढ़ाकर 21 साल करने के लिए समाज में बहस की वकालत किये जाने पर टिप्पणी करते हुए वर्मा ने कहा, ‘’डॉक्टर कहते हैं कि 15 साल के बाद ही बच्ची प्रजनन के योग्य हो जाती है। ये (चौहान) बड़े डॉक्टर हो गये हैं क्या? लड़कियों की शादी की उम्र 21 साल करने की क्या जरूरत है।’’
इसके अलावा, उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश की भाजपा नीत सरकार नाबालिग बच्चियों के साथ हो रहे बलात्कारों को रोकने में विफल है। वर्मा ने कहा कि मध्य प्रदेश नाबालिगों लड़कियों के साथ बलात्कार के मामले में देश में अव्वल है और मुख्यमंत्री को दिखावे की राजनीति करने की बजाय ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
#WATCH | According to doctors, a girl is ready for reproduction by the age of 15. Is the CM a doctor or a scientist? So, on what basis does girls' marriage age should be increased to 21 from 18: Congress leader Sajjan Singh Verma in Bhopal pic.twitter.com/sVF1UyeLra
— ANI (@ANI) January 13, 2021
वर्मा के बयान पर प्रदेश भाजपा ने कड़ी आपत्ति जताई है। मध्य प्रदेश भाजपा की मीडिया प्रवक्ता नेहा बग्गा ने कहा, ‘‘वर्मा ने देश की बेटियों का अपमान किया है। क्या वह भूल गये कि उनकी (कांग्रेस) अध्यक्ष (सोनिया गांधी) महिला हैं? क्या वह भूल गये कि उनकी नेता प्रियंका गांधी भी महिला हैं? मैं सोनिया गांधी से आग्रह करती हूं कि वह वर्मा के इस बयान के लिए उनसे सार्वजनिक तौर पर माफी मंगवाएं और यदि वह ऐसा नहीं करते हैं तो उन्हें पार्टी से बर्खास्त करें।’’
मालूम हो कि मुख्यमंत्री ने दो दिन पहले यहां एक कार्यक्रम में कहा था, ‘‘कई बार मुझे लगता है कि समाज में बहस होनी चाहिए कि बेटियों की शादी की उम्र 18 रहनी चाहिए या इसे बढ़ाकर 21 साल कर देना चाहिये। मैं इसे बहस का विषय बनाना चाहता हूं। प्रदेश सोचे, देश सोचे ताकि इस पर कोई फैसला किया जा सके।’’