कोरोना संकट पर हेल्थ एक्सपर्ट से राहुल गांधी की चर्चा, कहा- देश में कम टेस्टिंग पर अधिकारी मुझसे यही कहते हैं कि इससे डर फैलेगा
By मनाली रस्तोगी | Published: May 27, 2020 10:58 AM2020-05-27T10:58:46+5:302020-05-27T11:35:17+5:30
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते प्रकोप को लेकर स्वास्थ्य विशेषज्ञ आशीष झा और प्रसिद्ध स्वीडिश एपिडेमियोलॉजिस्ट जोहान गिसेके से बातचीत की।
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कोविड-19 (COVID-19) संकट से निपटने के तरीकों को लेकर जन स्वास्थ्य पेशेवर आशीष झा और स्वीडिश महामारी विशेषज्ञ जोहान गिसेके से बातचीत की। राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने इस संबंध में कुछ नौकरशाहों से बात की है और उनका कहना है कि ज्यादा टेस्टिंग और रिजल्ट से लोग में भय फैलेगा।
राहुल गांधी ने पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट प्रो. आशीष झा के साथ बातचीत में कहा, 'मैंने कुछ नौकरशाहों से कोरोना की कम टेस्टिंग के बारे में पूछा है। उनका कहना है कि ज्यादा टेस्टिंग से लोग डरेंगे। इससे ज्यादा डरावना संदेश जाएगा। अनाधिकारिक रूप से वे यही कह रहे हैं।' राहुल गांधी ने साथ ही वैक्सीन की चर्चा भी की और पूछा कि ये कब तक बन कर तैयार हो सकेगा। इस पर प्रोफेसर झा ने कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि अगले साल तक ये तैयार हो सकेगा।
I've asked some bureaucrats, why lower testing numbers? Their point is that if you push testing numbers high you frighten ppl more. You build a much more frightening narrative. This is unofficially what that they say:Rahul Gandhi speaking with public health expert Prof Ashish Jha pic.twitter.com/uO8O3rZ5yE
— ANI (@ANI) May 27, 2020
अपनी क्षमता बढ़ाने के लिए करें लॉकडाउन का इस्तेमाल
गांधी से बातचीत के दौरान प्रोफेसर आशीष झा ने बताया कि लॉकडाउन सिर्फ कोरोना वायरस का प्रसार कम कर सकता है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों को समाज से दूर रखकर इस वायरस के असर को थोड़ा किया जा सकता है। हालांकि, समाज में कितने कोरोना पॉजिटिव मामले हैं, इसके लिए स्क्रीनिंग करना बेहद जरुरी है।
अपनी बात को जारी रखते हुए प्रोफेसर आशीष झा ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से लोगों को अपनी क्षमता बढ़ाने का मौका मिल रहा है, वरना वायरस लॉकडाउन से नहीं रुकता। उन्होंने कहा कि अपनी क्षमता बढ़ाने के लिए अगर लॉकडाउन का सही से उपयोग नहीं किया गया तो इससे बहुत ज्यादा नुकसान हो सकता है।
मालूम हो कि राहुल गांधी ने कोविड-19 संकट से निपटने के तरीकों को लेकर अर्थशास्त्र, सामाजिक विज्ञान, स्वास्थ्य से जुड़े प्रमुख विशेषज्ञों से चर्चा की श्रृंखला में जन स्वास्थ्य पेशेवर आशीष झा और स्वीडिश महामारी विशेषज्ञ जोहान गिसेके से बातचीत की। ये बातचीत राहुल गांधी की "कोविड संकट" श्रृंखला की तीसरी कड़ी का आधार है। पिछली श्रृंखला में राहुल गांधी ने दुनिया के प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री रघुराम राजन और नोबेल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी से बातचीत की थी।
कब आएगी कोरोना वायरस की वैक्सीन?
इस बातचीत के दौरान राहुल गांधी ने हेल्थ एक्सपर्ट प्रो.आशीष झा से अनोख अंदाज में कोरोना वैक्सीन पर सवाल पूछा। राहुल गांधी ने कहा, 'ये भैया बताइए कि वैक्सीन कब आएगी? प्रो.आशीष झा ने इसका जवाब देते हुए कहा, मुझे बहुत ज्यादा भरोसा है कि इस साल तक को नहीं लेकिन अगले साल तक कोरोना वैक्सीन मिल जाएगी। प्रो.आशीष झा ने चीन सहित तीन देश कोरोना वैक्सीन पर तेजी से काम कर रहा है, भारत भी इसपर काम कर रहा है,ये पता नहीं कौन सा पहले आए लेकिन अगले साल तक मुझे भरोसा है कि कोरोना वैक्सीन मिल जाएगी।