CM शिवराज के रथ पर पथराव मामले में कांग्रेस नेता को मिली क्लीनचिट, BJP ने कहा- पुलिस जांच में होगा खुलासा
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: September 12, 2018 07:26 PM2018-09-12T19:26:59+5:302018-09-12T19:26:59+5:30
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के जनआशीर्वाद यात्रा के रथ पर चुरहट में मारे गए पत्थर को लेकर राजनीति चरम पर है। इस मामले में सीधी कलेक्टर दिलीप कुमार ने अपनी रिपोर्ट राज्य शासन को दी है, रिपोर्ट में कहीं भी कांग्रेस नेता का नाम नहीं है।
भोपाल, 12 सितंबरः मध्यप्रदेश के सीधी जिले के चुरहट में जनआशीर्वाद यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के रथ पर पथराव की घटना के मामले में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह को सीधी कलेक्टर ने क्लीनचिट दे दी है। हालांकि, भाजपा इस मामले को नहीं मान रही है। भाजपा की ओर से राजस्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने कहा कि मामला अभी पुलिस जांच में है, जांच के बाद ही खुलासा होगा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के जनआशीर्वाद यात्रा के रथ पर चुरहट में मारे गए पत्थर को लेकर राजनीति चरम पर है। इस मामले में सीधी कलेक्टर दिलीप कुमार ने अपनी रिपोर्ट राज्य शासन को दी है, रिपोर्ट में कहीं भी कांग्रेस नेता का नाम नहीं है।
प्रमुख सचिव को दी रिपोर्ट में कलेक्टर ने बताया है कि चुरहट विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पटपरा में रथ सभा को संबोधित करने के बाद जब यात्रा आगे बढ़ी तो 6-7 लोगों द्वारा काले झंडे दिखाकर मुख्यमंत्री विरोधी नारेबाजी की गई और रथ पर पत्थर मारा गया, जिससे ड्रायवर के पीछे वाले गेट के बगल वाला कांच छतिग्रस्त हो गया। इस घटना में 9 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी की गई।
रिपोर्ट में कहा गया कि चुरहट बाजार में प्रवेश के दौरान कांग्रेस पार्टी से जुड़े व्यक्तियों द्वारा अचानक काले झंडे दिखाए गए और मुख्यमंत्री विरोधी नारे भी लगाए गए। इस वजह से अफरातफरी मच गई और भय का वातावरण भी निर्मित हुआ। इस दौरान रथ को रोकने का जबरिया प्रयास भी हुआ। कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए 22 लोगों के खिलाफ प्रतिबंधात्क कार्रवाई की गई।
रिपोर्ट में कलेक्टर ने कहा है कि सीधी पूजा पार्क में सभा के दौरान भाजपा की पट्टी लगाए 2-3 लोगों द्वारा मुख्यमंत्री के विरोध में नारेबाजी कर काला झंडा दिखाया गया, जिससे सभा में अव्यवस्था फैल गई। इन 3 व्यक्तियों पर कार्यवाही कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
कलेक्टर की दो पेज की इस रिपोर्ट में न तो नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह का नाम है और न ही किसी कांग्रेस कार्यकर्ता का नाम है। इस रिपोर्ट को भाजपा नहीं मानती है। राज्य के गृह मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने तो इस मामले में सीधे नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह पर ही ऊंगली उठाई थी और घटना को मुख्यमंत्री की हत्या की साजिश करार दिया था।
कलेक्टर की रिपोर्ट पर राजस्व मंत्री उमांशकर गुप्ता ने रिपोर्ट को लेकर कहा है कि कलेक्टर ने रिपोर्ट में वास्तविक स्थिति का उल्लेख किया है। यात्रा के दौरान की प्रशासनिक व्यवस्था और घटना का इस रिपोर्ट में उल्लेख है। पूरा मामला अभी पुलिस जांच में है। जांच रिपोर्ट आने पर खुलासा हो जाएगा।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने इस मामले को लेकर कहा है कि अब सच्चाई सबके सामने आ गई है। मुख्यमंत्री ने जो आरोप नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस पर लगाए थे, वे सब झूठे साबित हुए हैं। उन्होंने गृह मंत्री द्वारा लगाए आरोपों पर कहा कि झूठे आरोप लगाने से कुछ नहीं होता। कुछ सच्चाई सामने आ गई है और कुछ चुनाव के बाद आ जाएगी। अभी तो इसी तरह की बहुत सी सच्चाई सामने आने वाली है।
कलेक्टर की रिपोर्ट आने के बाद नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री का विरोध करने काले झंडे दिखाने को कहा था, लेकिन पथराव करना हमारी संस्कृति नहीं है। उन्होंने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री को दो दिन पहले ही पत्र लिखकर कहा है कि मेरे खिलाफ लगाए आरोप सिद्ध करें, नहीं तो मैं अदालत की शरण लूंगा। अजय सिंह ने इसे भाजपा की साजिश करार देते हुए मामले की न्यायिक जांच की मांग की है।
(मध्य प्रदेश से राजेंद्र पारासर की रिपोर्ट)