नए विवाद में फंसी स्मृति ईरानी, सांसद निधि के दुरुपयोग को लेकर कांग्रेस ने मांगा इस्तीफा

By राजेश जोशी | Published: March 15, 2019 08:20 AM2019-03-15T08:20:58+5:302019-03-15T08:20:58+5:30

कांग्रेस नेता के अनुसार स्मृति ईरानी ने अपनी जेब भरने के लिए एक गांव गोद लिया. उन्होंने कहा कि सांसद निधि को लेकर स्पष्ट गाइडलाइन है कि ठेका किसी को भी दे सकते हैं

Congress has demanded the resignation of Smriti Irani, the MP nidhi fund in the new controversy | नए विवाद में फंसी स्मृति ईरानी, सांसद निधि के दुरुपयोग को लेकर कांग्रेस ने मांगा इस्तीफा

नए विवाद में फंसी स्मृति ईरानी, सांसद निधि के दुरुपयोग को लेकर कांग्रेस ने मांगा इस्तीफा

Highlightsकांग्रेस ने स्मृति ईरानी पर गंभीर आरोप लगाते हुए इस्तीफा की मांग की हैकैग ने इसका गंभीरता से संज्ञान लिया और रिकवरी की बात कही है

केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी नए विवाद में फंसती नजर आ रही हैं. कांग्रेस ने गुरुवार को उनपर सांसद निधि के गंभीर दुरुपयोग आरोप लगाया है. कांग्रेस ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर देना चाहिए. साथ ही भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत मामला दर्ज होना चाहिए. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शक्ति सिंह गोहिल ने गुरुवार को कहा कि मोदी जी और उनके करीबी करोड़ों से कम खाते नहीं और ईमानदार लोगों को चैन से रोटी खाने नहीं देते.

उन्होंने दावा किया कि यह जानकारी गुजरात में आणंद जिले के कलेक्टर के पत्र और कैग की जांच से सामने आई. कांग्रेस नेता के अनुसार स्मृति ईरानी ने अपनी जेब भरने के लिए एक गांव गोद लिया. उन्होंने कहा कि सांसद निधि को लेकर स्पष्ट गाइडलाइन है कि ठेका किसी को भी दे सकते हैं, लेकिन क्रियान्वयन एजेंसी सरकार होती है. स्मृति जी ने फोन कर शारदा मजदूर कामदार सहकारी मंडली नामक सहकारी संस्था को क्रियान्वयन का ठेका दिलवाया.

उन्होंने कहा कि गाइडलाइन के मुताबिक, 50 लाख रुपए से ज्यादा का किसी को भी ठेका नहीं दिया जा सकता, लेकिन स्मृति ईरानी ने करोड़ों का ठेका दिलवाया. इस संस्था को करीब छह करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है. जांच में काम शून्य मिला गोहिल ने दावा किया कि कलेक्टर ने जांच कराई तो पाया कि काम कुछ नहीं हुआ, सिर्फ पैसा खाया गया. कैग ने इसका गंभीरता से संज्ञान लिया और रिकवरी की बात कही है.

Web Title: Congress has demanded the resignation of Smriti Irani, the MP nidhi fund in the new controversy