कोरेगांव भीमा मामले की जांच NIA को सौंपने पर कांग्रेस ने की मोदी सरकार की निंदा, कहा- यह कदम बीजेपी की साजिश की पुष्टि करता है
By भाषा | Published: January 25, 2020 01:43 PM2020-01-25T13:43:03+5:302020-01-25T13:43:03+5:30
राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी ने भी आरोप लगाया कि केंद्र के कदम का मकसद महाराष्ट्र में भाजपा के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती सरकार के गलत कारनामों पर पर्दा डालना है।
कोरेगांव भीमा हिंसा मामले की जांच एनआईए को सौंपने के केंद्र के फैसले की निंदा करते हुए महाराष्ट्र कांग्रेस ने शनिवार को आरोप लगाया कि अचानक उठाया गया यह कदम भाजपा की ‘‘साजिश’’ की पुष्टि करता है। राकांपा ने भी आरोप लगाया कि केंद्र के कदम का मकसद महाराष्ट्र में भाजपा के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती सरकार के गलत कारनामों पर पर्दा डालना है।
महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रवक्ता सचिव सावंत ने ट्वीट किया, ‘‘महाराष्ट्र विकास आघाड़ी सरकार द्वारा पुणे पुलिस की जांच की पुन: जांच कराने की प्रक्रिया शुरू किए जाने के बाद भीमा कोरेगांव दंगा मामले को अचानक एनआईए द्वारा अपने हाथ में लेना भाजपा की साजिश की पुष्टि करता है।
एनआईए को इस मामले की जांच हाथ में लेने के लिए दो साल का वक्त क्यों लगा? कड़ी निंदा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘एनआईए को यह मालूम चलने में दो साल क्यों लगे कि यह मामला उसके अधिकारक्षेत्र के लिए उपयुक्त है। इस फैसले की कड़ी निंदा करता हूं।’’
राकांपा प्रवक्ता एवं राज्य के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि यह राज्य में भाजपा के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती सरकार के गलत कारनामों को छिपाने के लिए केंद्र का प्रयास है।