कांग्रेस की तरह भाजपा में भी गुटबाजी तेज, मुख्यमंत्री योगी के बाद सीएम येदियुरप्पा को हटाने की मांग
By शीलेष शर्मा | Published: June 8, 2021 09:12 PM2021-06-08T21:12:29+5:302021-06-08T21:14:09+5:30
कर्नाटक विधानसभा में सरकार के मुख्य सचेतक वी सुनील कुमार ने मंगलवार को पार्टी नेतृत्व से अनुरोध किया कि विधायकों और कार्यकर्ताओं को अपनी बात रखने के लिए एक "मंच" मुहैया कराया जाए।
नई दिल्लीः कांग्रेस की तरह भाजपा में भी आंतरिक कलह ज़ोर पकड़ती जा रही है। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ उठी आवाज़ें अभी शांत भी नहीं हुई कि कर्नाटक में मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को हटाने के लिये उनके ही विधायकों ने मोर्चा खोल दिया है।
इन विधायकों का आरोप है कि राज्य में ट्रांसफर-पोस्टिंग में येदियुरप्पा का परिवार खुल कर दखल दे रहा है। नतीजा समूची सरकार परिवार के इशारों पर चल रही है। कर्नाटक के अलावा बंगाल ,मध्य प्रदेश, असम में भी घमासान मचा हुआ है।
भाजपा सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा की निगाह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर जा टिकी है। नतीजा राज्य में शिवराज सिंह चौहान के ख़िलाफ़ विधायकों को लामबंद करने की कोशिश हो रही है। पार्टी सूत्र बताते हैं कि मोदी -शाह की जोड़ी भी शिवराज से खुश नहीं है, जिससे नरोत्तम मिश्रा को अंदरुनी समर्थन भी मिल रहा है।
बंगाल में भाजपा के चुनाव हारने के बाद जहाँ प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह शुभेंदु अधिकारी को बढ़ावा दे रहे हैं, वहीं दूसरी ओर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष को हटाने के लिये मुहीम शुरू हो गयी है। घोष पर कथित रूप से आरोप है कि वह खनन और कोयला माफ़िया से मिले हुये हैं। असम में हेमंत बिस्व सरमा को मुख्यमंत्री बनाये जाने से पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनवाल खुश नहीं हैं, इस कारण मतभेद होने के बाबजूद इन नेताओं के बीच शीत युद्ध अंदर ही अंदर सुलग रहा है।