कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर किया हमला, मोहन प्रकाश ने कहा- यह मोदी महंगाई, देश के 27 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में वाइस चांसलर ही नहीं
By एस पी सिन्हा | Published: July 15, 2021 06:11 PM2021-07-15T18:11:04+5:302021-07-15T18:12:23+5:30
कोरोना काल में लापरवाही से लाखों लोगों की जाने गई, लेकिन इसकी जिम्मेदारी लेने को कोई तैयार नहीं है. आपराधिक लापरवाही के कारण देश में कई लोगों की मौत हो गई.
पटनाः देश में बढ़ती महंगाई के मुद्दे पर कांग्रेस ने केन्द्र की मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला है. देश में बढ़ती हुई महंगाई को मोदी महंगाई बताते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता मोहन प्रकाश ने कहा कि दिन प्रतिदिन महंगाई बढ़ती जा रही है, जिससे आम लोग काफी परेशान हैं.
यूपीए के समय महंगाई मौसम के अनुसार बदलती थी, लेकिन विगत वर्षों से महंगाई घटने का नाम नहीं ले रही है. यह मोदी महंगाई है. पटना स्थित सदाकत आश्रम में आज एक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए मोहन प्रकाश ने कहा कि कोरोना काल में लापरवाही से लाखों लोगों की जाने गई, लेकिन इसकी जिम्मेदारी लेने को कोई तैयार नहीं है. आपराधिक लापरवाही के कारण देश में कई लोगों की मौत हो गई.
कोरोना में जब लोग परेशान थे तब सरकार सोयी हुई थी. सरकार की विफलताओं की सजा जनता को झेलना पड़ा. राष्ट्रवाद का मुखौटा पहनकर देश को खोखला करने की कोशिश की गई. सरकार की नाकामियों को उजागर करने का काम कांग्रेस पार्टी करेगी और सोयी हुई सरकार को जगाने की कोशिश करेगी.
उन्होंने कहा कि देश में बढती महंगाई और आपराधिक लापरवाही को लेकर कांग्रेस पार्टी की यह लडाई आगे भी जारी रहेगी. यूपीए सरकार ने महंगाई मौसम की तरह बदला करती थी यानि महंगाई बढने पर कम भी होती थी. लेकिन वर्तमान सरकार में महंगाई बढ़ने के बाद कम होने का नाम नहीं ले रही है. जिससे आम जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
मोहन प्रकाश ने कहा कि महंगाई ने लोगों की कमर तोड़ कर रख दी है. मोदी सरकार देश के उद्योगपतियों के साथ मिलकर जनता को लूटने का काम कर रही है. देश में पूंजीपतियों को लूट की छूट दे दी गई है. उन्होंने कहा कि देश इस वक्त संकट में फंसा हुआ है और यह संकट केंद्र की मोदी सरकार के द्वारा पैदा की गई है. मोदी सरकार अपनी जिम्मेदारी पर अक्षम साबित हो रही है.
आश्चर्य यह जानकर होगा कि देश के 27 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में वाइस चांसलर ही नहीं है. वहीं मोदी सरकार के कार्यकाल में लाखों लोगों की नौकरियां चली गई है. लोग बेरोजगार हो गये हैं. उनके समझ आर्थिक समस्या उत्पन्न हो गई है. लेकिन इस गंभीर मामले पर सरकार चुप है.
मोहन प्रकाश ने कहा कि यूपीए सरकार के समय जब पेट्रोलियम पदार्थों के मूल्य में गिरावट आई थी तब कई निजी कंपनियों के पेट्रोल पंप बंद हो गये थे. वे पेट्रोल पंप बंद इसलिए हुए थे कि उन्हें मुनाफा नहीं हो रहा था. लेकिन आज सभी पेट्रोल पंप खुल गये हैं.
आज पेट्रोलियम पदार्थों की कीमते आसमान छू रही हैं. भारत में सौ रूपये से ऊपर पेट्रोल और डीजल बिक रहा है. केंद्र सरकार यह तर्क देती है कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार के भाव के अनुसार देश में पेट्रोलियम पदार्थों के दाम तय करेंगे. लेकिन ऐसा प्रावधान है कि विशेष परिस्थितियों में केंद्र सरकार उसमें दखल दे सकती है. लेकिन यह कदम उठाए नहीं जा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि आज सरसो का तेल 200 रुपये हो गया है. कृषि मंत्री का अजूबा बयान हमने भी सुना, वे कहते हैं कि हमने तेल में मिलावट रोक दी है, इसलिए दाम बढ रहा है. ये देश के साथ मजाक नहीं हो तो और क्या है? जनता महंगाई की लूट से त्रस्त है. पहले इस मूल्क में महंगाई मौसम के अनुसार बदलती थी, लेकिन कई वर्षों से महंगाई घटने का नाम नहीं ले रही है.
मोहन प्रकाश ने कहा कि मोदी सरकार के द्वारा संरक्षित और पोषित महंगाई है. जो बडे़ उद्योगपति हैं, उनके द्वारा यह लूट मची है. लूट की छूट मोदी सरकार ने बडे पूंजीपतियों को दे रखी है. जो जनता को महंगाई से जुझने को मजबूर कर दिया है. मोदी सरकार अब तक के सबसे अक्षम सरकार है. दवाई, पढ़ाई, महंगाई पर सरकार का कोई ध्यान नहीं है. आखिर इन जमस्याओं के लिए जिम्मेदार कौन है?