India China Clash: चीन की घुसपैठ पर कांग्रेस का प्रधानमंत्री पर निशाना, पूछा- 'मोदी जी की 'लाल आंख' कब दिखेगी?'
By विनीत कुमार | Published: August 31, 2020 01:56 PM2020-08-31T13:56:06+5:302020-08-31T13:56:35+5:30
लद्दाख के पैंगोंग सो क्षेत्र में चीनी सैनिकों की एक बार फिर घुसपैठ की खबरों के बाद कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर इस घटना को लेकर सवाल उठाए हैं।
लद्दाख के पैंगोंग सो क्षेत्र में 29 और 30 अगस्त की रात चीनी सैनिकों की घुसपैठ की कोशिश की खबरों के आने के बाद कांग्रेस ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश की है। उन्होंने ट्वीट कर पूछा कि 'मोदी जी की लाल आंख कब दिखेगी।'
दरअसल, भारतीय सेना ने सोमवार को जानकारी दी कि भारतीय जवानों ने पैंगोंग सो क्षेत्र में 29 और 30 अगस्त की दरम्यानी रात यथास्थिति बदलने के चीन की पीएलए के ‘उकसावे’ वाले सैन्य अभियान को विफल कर दिया।
सेना के प्रवक्ता कर्नल अमन आनंद ने बताया कि चीन की ‘पीपुल्स लिबरेशन आर्मी’ ने पूर्वी लद्दाख गतिरोध पर सैन्य और राजनयिक बातचीत के जरिये बनी पिछली आम सहमति का उल्लंघन किया और यथास्थिति को बदलने के लिए उकसावेपूर्ण सैन्य अभियान चलाया।
रणदीप सुरजेवाले ने इस घटना की जानकारी सामने आने के बाद ट्वीट किया, 'देश की सरजमीं पर क़ब्जे का नया दुस्साहस! रोज नई चीनी घुसपैठ........पांगोंग सो लेक इलाका, गोगरा व गलवान वैली, डेपसंग प्लैनस, लिपुलेख, डोका लॉ व नाकु लॉ पास। फौज तो भारत मां की रक्षा में निडर खड़ी हैं, पर मोदी जी की “लाल आँख” कब दिखेंगी?'
देश की सरज़मीं पर क़ब्ज़े का नया दुस्साहस !
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) August 31, 2020
रोज़ नई चीनी घुसपैठ........
पांगोंग सो लेक इलाक़ा,
गोगरा व गलवान वैली,
डेपसंग प्लैनस,
लिपुलेख,
डोका लॉ व नाकु लॉ पास।
फ़ौज तो भारत माँ की रक्षा में निडर खड़ी हैं,
पर मोदी जी की “लाल आँख” कब दिखेंगी?#IndiaChinaBorderTensionpic.twitter.com/oU2mPPAiHN
मिली जानकारी के अनुसार इस बार चीनी सैनिकों ने फिंगर 4 से 8 के बीच नहीं बल्कि पैंगांग झील के दक्षिणी किनारे पर भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की। भारतीय सेना के अनुसार चीनी सैनिकों को पीछे धकेला जा चुका है। घटना के बाद भारत ने उस इलाके में जवानों की संख्या को बढ़ा दिया है। वहीं इस झड़प के बाद भी चूशूल में ब्रिगेड कमांडर लेवल की वार्ता की तैयारी हो रही है।
बता दें कि इससे पहले लद्दाख के गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे। इस झड़प में 45 से ज्यादा चीनी सैनिकों के भी मारे जाने का दावा किया गया था। हालांकि, चीन ने अभी तक अपने सैनिकों के मारे जाने या घायल होने की पुष्टि नहीं की है। यह घटना 1975 के बाद से पहली ऐसी घटना थी जब एलएसी पर चीन और भारतीय सैनिकों खून बहे।