RBI की आलोचना को लेकर कांग्रेस का जेटली पर पलटवार, सरकार पर लगाया टॉप संस्थानों को 'बर्बाद' करने का आरोप
By भाषा | Published: October 31, 2018 03:44 AM2018-10-31T03:44:44+5:302018-10-31T03:44:44+5:30
कांग्रेस नेता के इस बयान से पहले जेटली ने कांग्रेस नीत संप्रग सरकार के शासनकाल में 2008 से 2014 के बीच बैंकों द्वारा अंधाधुंध रिण बांटने पर लगाम कसने में विफल रहने के लिए रिजर्व बैंक की कड़ी आलोचना की थी।
कांग्रेस ने मंगलवार को सरकार पर देश के संस्थानों की ‘स्वायत्तता पर प्रहार’ कर उन्हें ‘बर्बाद’ करने का आरोप लगाया। पार्टी ने वित्त मंत्री अरूण जेटली पर भारतीय रिजर्व बैंक की आलोचना करने पर हमला बोला और उनसे माफी मांगने को कहा।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनन्द शर्मा ने जेटली पर भारतीय रिजर्व बैंक के कामकाज में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार देश की मौद्रिक नीति अपने हाथ में लेना चाहती है कि जबकि यह रिजर्व बैंक का कार्य क्षेत्र है।
कांग्रेस के इन आरोपों पर जेटली या सरकार की ओर से फिलहाल कोई टिप्पणी नहीं आयी।
शर्मा ने यहां संवाददाताओं से कहा, ’’हम इस सरकार से मांग करते हैं कि वह एक और स्वायत्त संस्थान को बर्बाद करने से बाज आए, अपने कदम वापस ले। जो पूरी तरह से गलत एवं अनुचित है उसे सही ठहराने का प्रयास करने के बजाय विचार विमर्श में शामिल हुआ जाए।’’
शर्मा ने मांग की कि वित्त मंत्री जेटली को रिजर्व बैंक पर हमला बोलने एवं उसकी स्वतंत्रता में हस्तक्षेप का प्रयास करने के लिए माफी मांगनी चाहिए।
कांग्रेस नेता के इस बयान से पहले जेटली ने कांग्रेस नीत संप्रग सरकार के शासनकाल में 2008 से 2014 के बीच बैंकों द्वारा अंधाधुंध रिण बांटने पर लगाम कसने में विफल रहने के लिए रिजर्व बैंक की कड़ी आलोचना की थी। उन्होंने बैंकिंग उद्योग में वर्तमान डूबे रिण या गैर निष्पादक आस्तियों के संकट के लिए रिजर्व बैंक को जिम्मेदार ठहराया।
जेटली की यह टिप्पणी उन खबरों के बीच आयी कि वित्त मंत्रालय एवं रिजर्व बैंक के बीच तनाव बढ़ रहा है। इस बीच केन्द्रीय बैंक के डिप्टी गवर्नर विरल वी आचार्य ने शुक्रवार को अपने एक भाषण में आगाह किया कि रिजर्व बैंक की स्वायत्तता और स्वतंत्रता को कमतर करना काफी नुकसानदेह हो सकता है।