Lockdown in Bihar: बिहार में 16 से 31 जुलाई तक पूरी तरह से लॉकडाउन, प्रदेश में सख्त रहेंगे नियम
By अनुराग आनंद | Published: July 14, 2020 01:37 PM2020-07-14T13:37:43+5:302020-07-14T15:37:30+5:30
Lockdown in Bihar: बिहार में कोरोना की बढ़ती रफ्तार ने राज्य सरकार को चिन्ता में डाल दिया है, प्रतिदिन एक हजार से ज्यादा नए मरीज मिल रहे हैं। इसी वजह से लॉकडाउन की घोषणा की गई है।
नई दिल्ली:बिहार में कोरोना संक्रमण के मामले में तेजी से वृद्धि हो रही है। इसी वजह से कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए बिहार सरकार ने प्रदेश में 31 जुलाई तक टोटल लॉकडाउन की घोषणा की है।
इस दौरान इमरजेंसी सर्विस सेवा छोड़ परिवहन सेवा, शॉपिंग मॉल आदि बंद रहेंगे। राज्य सरकार ने साफ किया है कि धर्मिक संस्थान में जड़े रहेंगे ताले। इसके अलावा, सुबह और शाम फल-सब्जी की दुकानें खुलेंगी।
बता दें कि बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण तेजी से फैल रहा है। पिछले 24 घंटे में बिहार के सभी 38 जिलों में 1116 नये केस और नौ लोगों की मौत हो गई जिन्हें मिलाकर राज्य में इस महामारी में जान गंवाने वालों की संख्या 160 हो गयी है।
वहीं, इस अवधि में कोविड-19 के 1116 नए मरीज सामने आने के साथ राज्य में सोमवार को संक्रमितों की संख्या बढ़कर 17 हजार के पार चली गया है। आज (मंगलवार) केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक बिहार में कोरोना मरीजों की कुल संख्या 17959 हो गयी है।
बिहार में रैपिड एन्टीजेन टेस्ट किट से संक्रमितों की जांच शुरू-
बिहार में रैपिड एन्टीजेन टेस्ट किट से संक्रमितों की जांच विभिन्न जिलों में आज से शुरू हो गयी है। विभिन्न जिलों में 40 हजार से ज्यादा किट पहुंच गये हैं। इस किट से महज आधे घंटे में संक्रमण की जांच हो जाती है। अभी तक बिहार में प्रतिदिन 9 हजार से अधिक लोगों की जांच की जा रही है। बिहार में कोरोना से स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या 73 फीसदी है।
जुलाई में तेजी से बढ़ें कोरोना संक्रमण के मामले-
राज्य में पिछले कुछ दिनों में कोरोना के मामले राज्य स्तर पर तेजी से बढ़े हैं। जून महीने में जहां एक दिन में पॉजिटिव केस मिलने की रफ्तार दो से ढ़ाई सौ थी उसने जुलाई महीने में रफ्तार पकड़ ली।
यह रफ्तार अब रोज 11 सौ से 12 सौ केस तक पहुंच चुकी है। लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए सात जुलाई को मुख्य सचिव दीपक कुमार ने जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंस कर निर्देश दिए कि डीएम अपने-अपने क्षेत्र में कोरोना के बढ़ते मामलों का आकलन करें और आवश्यकता के आधार पर आंशिक लॉकडाउन का निर्णय लें।