'संपूर्ण लॉकडाउन और वैक्सीन ही कोरोना को रोकने का एक मात्र रास्ता'
By शीलेष शर्मा | Published: May 8, 2021 06:13 PM2021-05-08T18:13:03+5:302021-05-08T18:13:03+5:30
कोरोना को हराने के लिए वैक्सीन केवल एक मात्र उपाय है लेकिन जब तक हर नागरिक को वैक्सीन नहीं मिल जाती व्यापक स्तर पर प्रशासन को लॉक डाउन लगाना पड़ेगा।
कोरोना संक्रमण के देश भर में तेज़ी से बढ़ रहे आंकड़ों को देखते हुए दुनिया के तमाम देश चिंतित हैं। दुनिया के अधिकांश देशों ने भारत से आने वाले यात्रियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। बावजूद इसके इटली , अमेरिका , इंग्लैंड सहित तमाम बड़े देश इस बात को लेकर चिंतित हैं कि भारत में अगर इसी तरह कोरोना संक्रमित लोगों का ग्राफ बढ़ता रहा तो दुनिया के दूसरे देशों के लिए भी बड़ा खतरा पैदा हो सकता है।
इटली के डॉक्टर लुइगी ने लोकमत से चर्चा के दौरान बताया कि "सम्पूर्ण लॉक डाउन" और देश हर नागरिक को वैक्सीन देने से ही इस खतरे से बचा जा सकता है। अपने देश इटली का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि रोम , मिलान और वेनिस सहित पूरे देश में प्रत्येक नागरिक को वैक्सीन की दोनों डोज़ दी जा चुकी हैं और लम्बे समय तक देश भर में सम्पूर्ण लॉक डाउन लगाने के बाद आज हालात सामान्य की ओर लौट रहे हैं।
व्यापारिक प्रतिष्ठान , थिएटर , होटल , कार्यालय सभी खुल चुके हैं और लोग अब सामान्य रूप से बहार निकल रहे हैं। इसके साथ साथ स्वस्थ सेवाओं का व्यापक जाल , ऍफ़ ऍफ़ पी 2 मास्क लगाने की ज़रुरत है। यदि आप घर से बाहर किसी वस्तु को छूते हैं तो तुरंत साबुन से हाथ धोने की ज़रुरत है। उनका मानना था कि दूसरी लहर के बाद तीसरी लहर भी खतरनाक हो सकती है क्योंकि वायरस का म्युटेंट अपने स्वभाव को बदल रहा है। आपकी प्रतिरोधक क्षमता को कितना प्रभावित करता है यह इस बात पर निर्भर करेगा कि वैक्सीन लगाने का काम देश भर में किस स्तर तक पूरा हुआ है।
अमेरिका के बोस्टन में श्वास रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अमित शर्मा का मानना है कि कोरोना को हराने के लिए वैक्सीन केवल एक मात्र उपाय है लेकिन जब तक हर नागरिक को वैक्सीन नहीं मिल जाती व्यापक स्तर पर प्रशासन को लॉक डाउन लगाना पड़ेगा क्योंकि जब तक इस कड़ी को नहीं तोडा जाता तब तक कोरोना के प्रसार पर अंकुश लगाना नामुमकिन है। भारत में जिस गति से कोरोना फैल रहा है उससे साफ़ है कि अब यह कम्युनिटी स्प्रेड हो चुका है।