जोशीमठ संकट पर सरकार अलर्ट, गृह मंत्री अमित शाह से मिले सीएम पुष्कर सिंह धामी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 18, 2023 04:55 PM2023-01-18T16:55:06+5:302023-01-18T16:56:08+5:30
मौसम विभाग के अनुसार जोशीमठ में बारिश के कारण हालात और खराब हो सकते हैं।
दिल्ली: उत्तराखंड के जोशीमठ शहर में भू-धंसाव के कारण संकट गहराता जा रहा है। इस देखते हुए राज्य सरकार और केंद्र सरकार अलर्ट मोड पर है। भू-धंसाव के कारण कई घरों की दीवारों में दरारें आने के कारण लोगों को घर खाली करना पड़ा है। प्रशासन का कहना है कि इलाके में किसी भी तरह से जनता को कोई नुकसान न पहुंचे इसके लिए वह मुश्तैदी से अपना काम कर रहे हैं। इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी गृह मंत्रालय में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने के लिए पहुंचे हुए हैं।
सीएम धामी ने अमित शाह से की मुलाकात
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने केंद्र को जोशीमठ संकट की रिपोर्ट सौंपी है। गृह मंत्री से मुलाकात के बाद सीएम धामी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जोशीमठ के बचाव के लिए तमाम तरह के प्रयास जारी हैं। राहत और बचाव कार्य जारी है, हम उसकी लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं। ऐसे में जो परिवार आपदा की चपेट में आए हैं उन्हें रेस्क्यू कर बाकी का काम सामान्य तौर पर जारी है। केंद्र सरकार लगातार हालातों पर नजर बनाए हुए हैं। इससे पहले भी गृह मंत्री अमित शाह को सीएम धामी ने जोशीमठ संकट को लेकर रिपोर्ट सौंपी थी।
मौसम की मार से जोशीमठ में अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार जोशीमठ में बारिश के कारण हालात और खराब हो सकते हैं। ऐसे में 23 और 27 जनवरी के बीच जोशीमठ में तेज बारिश की चेतावनी दी गई। इसके साथ ही इलाके में बर्फबारी से भी लोगों की मुश्किले बढ़ सकती है। ऐसे में प्रशासन तमाम तैयारियों में जुट गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जोशीमठ में पांच दिनों के दौरान 150 मिमी तक बारिश हो सकती है। वहीं, इलाके के 4400 लोगों को सुरक्षित स्थान पर ठहराने के लिए प्रशासन इंतजाम करने में जुटी हुई है। जानकारी के मुताबिक, जोशीमठ में भू-धंसाव के कारण अब तक 849 घरों में दरारें आ चुकी हैं। इससे प्रभावित 250 परिवारों के 838 लोगों को राहत शिविरों में ठहराया गया है।