सीएम नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव को पढ़ाया मर्यादा का पाठ, पूछे- तुम्हें Deputy CM किसने बनाया था?
By गुणातीत ओझा | Published: November 27, 2020 09:40 PM2020-11-27T21:40:53+5:302020-11-27T21:47:59+5:30
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के मर्यादा लांघते ही सीएम नीतीश कुमार ने उन्हें शालीनता का पाठ पढ़ा दिया। नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव पर जमकर बरसे।
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के मर्यादा लांघते ही सीएम नीतीश कुमार ने उन्हें शालीनता का पाठ पढ़ा दिया। नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव पर जमकर बरसे। नीतीश ने कहा.. हम अब तक चुप थे। उन्होंने तेजस्वी की ओर इशारा करते हुए कहा- ये मेरे भाई समान दोस्त का बेटा है इसलिए हम सुनते रहते हैं, हम कुछ नहीं बोलते हैं, बर्दाश्त करते रहते हैं। इसके पिता को लोकदल में विधायक दल का नेता किसने बनाया था, इसको मालूम नहीं है। मगर ये सारी बात एक-एक लोग जानते हैं। नीतीश कुमार ने आक्रोश में पूछा, इसे डिप्टी सीएम किसने बनाया था। यह चार्जशीटेड है, इसपर अब कार्रवाई होगी। यह झूठ बोल रहा है। हमने कहा था - जवाब दे दो तो यह आगे नहीं आया। इसपर हम महागठबंधन से अलग हो गए। नीतीश कुमार ने थोड़ी देर बाद शांत होते हुए कहा कि आगे बढ़ना है तो मर्यादा में रहना सीखना होगा। नीतीश कुमार ने यह भी कहा कि हर समय जनादेश के बारे में बोलते रहते हैं। अरे, इधर 125 सीटें मिलीं। हमने सरकार बनाई। जिसे भी 122 से ज्यादा मिलती, सरकार बनाता। हमेशा शांत रहने वाले नीतीश कुमार का यह रौद्र रूप पहली बार सदन में देखने को मिला है।
इससे पहले राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान नीतीश कुमार पर तेजस्वी की निजी टिप्पणी के कारण सदन में जमकर हंगामा हुआ था। तेजस्वी ने कहा था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी अपनी चुनावी सभाओं में लालू को 9 बच्चों की बात करते थे। कहते थे बेटी पर भरोसा नहीं था, बेटा के लिए 9 बच्चे हुए। क्या नीतीश जी को लड़की पैदा होने का डर था, इसलिए उन्होंने दूसरा बच्चा नहीं पैदा किया? तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर आरोप लगाया कि वह 1991 में हुई एक हत्या के मामले में शामिल हैं। नीतीश पर कंटेंट चोरी के मामले पर लगे 25 हजार रुपये जुर्माने का भी जिक्र किया। तेजस्वी ने सृजन घोटाले से भी नीतीश कुमार का नाम जोड़ा।
तेजस्वी के आरोपों से बौखलाये नीतीश कुमार ने कहा.. वो हम पर सवाल उठा रहे हैं। मेरे खिलाफ हत्या के एक मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट लोग गए, लेकिन वहां से भी हार का सामना करना पड़ा। भला बताइए क्या हम यह काम कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि नियमों का उल्लंघन कर काम नहीं होना चाहिए। अध्यक्ष महोदय को भी चाहिए कि नियमों का उल्लंघन नहीं हो, ताकि सदन की गरिमा बनी रहे। नीतीश कुमार ने कहा एक वोट से भी जीत जीत होती है। किसी को कोई परेशानी है तो कोर्ट जाए।
जदयू और भाजपा के सदस्यों ने तेजस्वी के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई। इसको लेकर पक्ष और विपक्ष के सदस्यों के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई। इस पर सभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने नेता प्रतिपक्ष से संयमित भाषा का इस्तेमाल करने और निजी बातों की बजाय विकास की बातों पर चर्चा करने का आग्रह किया।