महाराष्ट्रः विधानभवन में जलजमाव की होगी जांच, विपक्ष ने कहा-स्मार्ट सिटी बनाने की घोषणा पानी में बही 

By फहीम | Published: July 9, 2018 08:14 PM2018-07-09T20:14:18+5:302018-07-09T20:14:18+5:30

विधानभवन के गटर से शराब की बोतलें निकलीं। तैयारी की पोल खुल गई। मनपा आयुक्त और आपदा प्रबंधन के अधिकारियों पर जवाबदेही तय करने की मांग उन्होंने की।

CM devendra fadnavis orders probe in flooding of Legislature complex in Nagpur | महाराष्ट्रः विधानभवन में जलजमाव की होगी जांच, विपक्ष ने कहा-स्मार्ट सिटी बनाने की घोषणा पानी में बही 

महाराष्ट्रः विधानभवन में जलजमाव की होगी जांच, विपक्ष ने कहा-स्मार्ट सिटी बनाने की घोषणा पानी में बही 

नागपुर, 09 जुलाईः महाराष्ट्र के नागपुर में शुक्रवार को जलजमाव की वजह से बिजली आपूर्ति बाधित हो गई थी। इसके बाद विधानमंडल का कामकाज ठप हो गया था, जिसकी गूंज सोमवार को विधानसभा में सुनाई दी। विपक्ष ने जहां सरकार की खिंचाई की, वहीं मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जांच के आदेश देते हुए आपदा प्रबंधन की सराहना की। उन्होंने कहा कि शहर की ड्रेनेज क्षमता 125 एमएम की है जबकि शुक्रवार को 263 एमएम वर्षा दर्ज हुई। 

नेता विपक्ष राधाकृष्ण विखे पाटिल ने मुद्दा उठाते हुए सवाल किया कि पर्याप्त तैयारी के बिना मानसून सत्र नागपुर में लेने की जिद क्यों की गई। वर्षा से नागपुर शहर पानी- पानी हो गया। विधानभवन के तलघर में पानी जमा हो गया। व्यवस्था चरमरा गई। प्राणहानि भी हो सकती थी। स्मार्ट सिटी बनाने की घोषणा पानी में बह गई। आपदा प्रबंधन कहीं नहीं दिखा। 

गटर में निकलीं शराब की बोतलें

विधानभवन के गटर से शराब की बोतलें निकलीं। तैयारी की पोल खुल गई। मनपा आयुक्त और आपदा प्रबंधन के अधिकारियों पर जवाबदेही तय करने की मांग उन्होंने की। विखे पाटिल ने इसके साथ ही मुंबई के हालात को भयानक बताते हुए कहा कि वहां सरकार नाम की व्यवस्था नहीं दिख रही। मुख्यमंत्री ने जवाब में कहा कि शुक्रवार को नागपुर में वर्षा के रिकॉर्ड टूट गए। आमतौर पर अतिवृष्टि होने पर शहर में 150 एमएम वर्षा दर्ज होती है। लेकिन शुक्रवार को अभूतपूर्व वर्षा हुई। 

1994 में 300 एमएम हुई थी वर्षा 

इससे पहले 1994 में 300 एमएम वर्षा हुई थी। लेकिन, 7 जुलाई को सुबह 8:30 से दोपहर 2:30 बजे तक 263 एमएम वर्षा हुई। इसी कारण पूरा शहर जलमग्न हो गया। शहर का ड्रेनेज सिस्टम कम पड़ गया। शहर में हो रहे निर्माण कार्यों की वजह से भी पानी जमा हुआ। फिर भी मनपा और पुलिस की आपदा प्रबंधन टीम ने अच्छा काम किया। सैकड़ों लोगों को सुरक्षित निकाला गया। सरकार ने नुकसान का सर्वे आरंभ किया है। सभी प्रभावितों की मदद की जाएगी। मुंबई में भी जलजमाव से निपटने कीदिशा में काफी कुछ किया जा रहा है। पानी निकालने के लिए पंपों की संख्या बढ़ाई गई है। 

आपत्ति के समय मदद करना इंसानियत

राकांपा नेता अजित पवार और विधानसभा अध्यक्ष हरिभाऊ बागड़े के बीच इस दौरान बहस छिड़ गई। हुआ यूं कि पवार ने सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि विधानभवन के गटर से जब सफाई के दौरान शराब की बोतलें निकलीं तब बागड़े काम का निरीक्षण कर रहे थे। उनके फोटो प्रसारित हुए हैं जिसमें वे झुक कर काम देख रहे हैं।  ऐसी फोटो अध्यक्ष का अपमान है। इस पर बागड़े ने कहा कि आपत्ति के समय मदद करना इंसानियत है। 

रामगिरी में सांप, वलसे पाटिल का वाहन गड्ढे में 

पवार ने कहा कि विदर्भ के साथ न्याय होना चाहिए। लेकिन नागपुर में मानसून सत्र लेने से पहले तैयारी पूरी होनी चाहिए। अधूरी तैयारी के कारण कामकाज प्रभावित हो रहा है। मुख्यमंत्री के निवास में सांप निकला। राकांपा नेता दिलीप वलसे पाटिल का वाहन एयरपोर्ट के मार्ग के गड्ढे में फंस गया। जनता का पैसा बर्बाद हो रहा है। तैयारी की जांच होनी चाहिए। 

सावनेर हादसे की होगी जांच 

हाईटेंशन लाइन के संपर्क में आने से सावनेर  के नाईक ले-आउट में दंपति की मौत की राज्य सरकार जांच करवाएगी। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने यह घोषणा करते हुए कहा कि  प्रभावितों को सरकार मदद भी करेगी।

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Web Title: CM devendra fadnavis orders probe in flooding of Legislature complex in Nagpur

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