पश्चिम बंगाल में नागरिकता संशोधन विधेयक पर विरोध, हावड़ा जिले में नेशनल हाईवे-6 पर जुटे मुस्लिम समुदाय के हजारों लोग
By विनीत कुमार | Published: December 13, 2019 03:21 PM2019-12-13T15:21:19+5:302019-12-13T15:28:17+5:30
एनआरसी पर पूर्वोत्तर राज्यों में भारी विरोध प्रदर्शन हुए हैं। इस बीच ममता बनर्जी ये भी कह चुकी हैं कि वे नागरिकता बिल को पश्चिम बंगाल में लागू नहीं होने देंगी।
नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएबी) को लेकर शुक्रवार को पश्चिम बंगाल में भी विरोध-प्रदर्शन हुए। रिपोर्ट्स के अनुसार मुस्लिम समुदाय के हजारों लोगों ने सीएबी और प्रस्तावित एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए पश्चिम बंगाल में हावड़ा जिले के उलुबेरिया में राष्ट्रीय राजमार्ग छह को अवरूद्ध कर दिया। पीटीआई के हवाले से ये खबर आई है। इस मामले में अभी और जानकारी का इंतजार है।
बता दें कि एनआरसी पर पूर्वोत्तर राज्यों में भारी विरोध प्रदर्शन हुए हैं। राज्य सभा में बुधवार को जब विधेयक पर चर्चा हो रही थी, उसी दौरान असम में व्यापक हिंसा शुरू हो गई। इसके बाद हालात यहां तक पहुंच गये कि गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ में कर्फ्यू लगाने पड़े। वहीं, कुछ जिलों में इंटरनेट तक बंद करने पड़े। त्रिपुरा में भी इंटरनेट बंद करना पड़ा।
इस बीच ममता बनर्जी साफ कर चुकी हैं कि वे पश्चिम बंगाल में नागरिकता संशोधन विधेयक लागू नहीं होने देंगी। पंजाब और केरल ने भी यही बातें दोहराई हैं। पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ टीएमसी ने नागरिकता बिल के खिलाफ कोलकाता में 16 दिसंबर को मेगा रैली भी बुलाई है।
ममता बनर्जी ने गैर-बीजेपी राज्यों पर अपना एजेंडा थोपने का आरोप लगाते हुए कहा, 'हम बंगाल में कभी भी एनआरसी और नागरिकता बिल लागू नहीं करेंगे, भले ही इसे संसद में पास कर दिया गया हो।'
राज्य में सिलसिलेवार विरोध प्रदर्शनों की घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ये भी कहा कि उन्होंने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती से जुड़े समारोह से संबंधित बैठक में शामिल होने के लिए प्रस्तावित दिल्ली यात्रा भी रद्द कर दी है। उन्होंने कहा, 'नागरिकता कानून भारत को विभाजित करेगा। जब तक हम सत्ता में हैं, राज्य के एक भी व्यक्ति को भी देश नहीं छोड़ने देंगे।'