नागरिकता संशोधन बिल: ममता बनर्जी ने किया विरोध, कहा, 'एनआरसी और सीएबी एक ही सिक्के के दो पहलू, बंगाल में नहीं होने देंगे लागू'
By अभिषेक पाण्डेय | Published: December 6, 2019 02:38 PM2019-12-06T14:38:53+5:302019-12-06T14:38:53+5:30
Mamata Banerjee on CAB: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नागरिकता संशोधन बिल का विरोध करते हुए कहा कि वह इसे बंगाल में नहीं लागू होने देंगी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि वह वह नागरिकता संशोधन विधेयक को बंगाल में लागू नहीं होने देंगी। ममता ने कहा कि नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स (एनआरसी) और नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएबी) एक ही सिक्के दो पहलू हैं।
एएनआई के मुताबिक, ममता ने सीएबी का विरोध करते हुए कहा, नागरिकता संशोधन बिल और एनआरसी एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। हम बंगाल में नागरिकता संशोधन बिल को लागू करने की इजाजत नहीं देंगे। मैं अन्य राजनीतिक दलों से आग्रह करती हूं कि वे नागरिकता संशोधन बिल का विरोध का समर्थन न करें।
West Bengal CM Mamata Banerjee: Citizenship Amendment Bill (CAB) & National Register of Citizens (NRC) are two sides of the same coin. We won't allow implementation of CAB in Bengal.I urge other political parties to not support CAB. pic.twitter.com/YMTXJ6B1fn
— ANI (@ANI) December 6, 2019
सोमवार को संसद में पेश हो सकता है नागरिकता संशोधन बिल
केंद्रीय कैबिनेट ने बुधवार को नागरिकता संशोधन बिल को मंजूरी दे दी थी। इस बिल को सोमवार को संसद में पेश किया जा सकता है।
मोदी सरकार इस बिल को एक बार पहले भी पास कराने की कोशिश कर चुकी है, लेकिन तब राज्यसभा में बहुमत न होने की वजह से ये पास नहीं हो सका था।
सीएबी में पड़ोसी देशों के उत्पीड़ित गैर-मुस्लिमों को नागरिकता देने का प्रस्ताव
नागरिकता संशोधन बिल में पड़ोसी देशों बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के उन गैर-मुस्लिमों को भारतीय नागरिकता देने का प्रस्ताव है, जिन्हें धार्मिक उत्पीड़न की वजह से भारत में शरण लेनी पड़ी है।
कांग्रेस और ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल ये कहकर इस बिल का विरोध कर रहे हैं कि ये धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांतों के खिलाफ है।