चोम्सकी और प्रसाद ने ऑनलाइन चर्चा रद्द होने पर खेद व्यक्त किया, पूछा‘‘क्या यह सेंसरशिप है?’’

By भाषा | Published: November 22, 2020 12:54 AM2020-11-22T00:54:25+5:302020-11-22T00:54:25+5:30

Chomsky and Prasad regretted canceling the online discussion, asking 'Is this censorship?' | चोम्सकी और प्रसाद ने ऑनलाइन चर्चा रद्द होने पर खेद व्यक्त किया, पूछा‘‘क्या यह सेंसरशिप है?’’

चोम्सकी और प्रसाद ने ऑनलाइन चर्चा रद्द होने पर खेद व्यक्त किया, पूछा‘‘क्या यह सेंसरशिप है?’’

नयी दिल्ली,21 नवंबर जाने माने लेखक नॉम चोम्स्की और पत्रकार विजय प्रसाद ने ‘टाटा लिटरेचर लाइव फेस्टिवल’ में होने वाली उनकी ऑनलाइन चर्चा को ‘‘अचानक रद्द’’ किए जाने पर खेद व्यक्त किया और जानना चाहा कि क्या यह कदम सेंसरशिप का परिणाम है।

दरअसल चोम्स्की की नयी किताब ‘‘इंटरनेशनलिज्म ऑर एक्सटिंग्शन’’पर शुक्रवार रात नौ बजे चर्चा होनी थी लेकिन दोपहर एक बजे चोम्स्की और प्रसाद को ईमेल भेज कर बताया गया कि अब यह कार्यक्रम आयोजित नहीं होगा।

प्रसाद ने ट्वीट किया,‘‘ नॉम और मैं टाटा लिटरेचर फेस्टिवल में नॉम की नयी पुस्तक पर चर्चा करने वाले थे। कार्यक्रम के कुछ ही घंटे पहले अचानक हमारे पैनल को रद्द कर दिया गया।’’

दोनों ने एक बयान जारी करके कहा कि उन्हें कार्यक्रम को रद्द किए जाने की जानकारी ईमेल करके दी गई।

उन्होंने संयुक्त बयान में कहा,‘‘ तब अचानक भारतीय समय अनुसार दोपहर एक बजे हमें एक ईमेल मिला जिसमें कहा गया था ‘ मुझे यह सूचित करते हुए दुख हो रहा है कि अप्रत्याशित परिस्थितियों के कारण हमें आपकी चर्चा आज रद्द करनी पड़ रही है।

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Web Title: Chomsky and Prasad regretted canceling the online discussion, asking 'Is this censorship?'

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