चीनी सेना की टुकड़ी भारत के साथ मेघालय पहुंची, करेगी 14 दिवसीय अभ्यास
By भाषा | Published: December 8, 2019 05:40 AM2019-12-08T05:40:07+5:302019-12-08T05:40:07+5:30
मेजर जनरल मेहरा ने यहां दोनों देशों के 14 दिवसीय संयुक्त सैन्य अभ्यास का उद्घाटन करते हुए कहा कि भारत और चीन परस्पर तौर पर इस पर सहमत हुए हैं कि स्थिर और बेहतर द्विपक्षीय संबंध लोगों के लिए लाभकारी होंगे
सेना की रेड होर्न्स डिविजन के प्रमुख मेजर जनरल दीपक मेहरा ने शनिवार को कहा कि भारत और चीन के संबंधों के सुचारू विकास के लिए सीमाक्षेत्रों में शांति बरकरार रहना जरूरी है। मेजर जनरल मेहरा ने यहां दोनों देशों के 14 दिवसीय संयुक्त सैन्य अभ्यास का उद्घाटन करते हुए कहा कि भारत और चीन परस्पर तौर पर इस पर सहमत हुए हैं कि स्थिर और बेहतर द्विपक्षीय संबंध लोगों के लिए लाभकारी होंगे और यह अनिश्चित वैश्विक महौल में स्थिरता का एक प्रमुख कारक होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘हम इस पर सहमत हुए हैं कि सीमाक्षेत्रों में शांति बरकरार रहना हमारे संबंधों के सुचारू विकास के लिए जरूरी है। इसे हासिल करने के लिए दोनों देशों के सशस्त्र बलों ने संवाद बढ़ाया है और विभिन्न विश्वास बहाली उपायों को बढ़ा रहे हैं।’’
मेजर जनरल मेहरा ने कहा कि संयुक्त सैन्य अभ्यास दो सबसे बड़े और सबसे तेजी से विकास करने वाले विकासशील देशों के सशस्त्र बलों को एकदूसरे के नजदीक लाने और एक-दूसरे को बेहतर तरीके से समझने के लिए श्रृंखलाबद्ध पहलों में से एक है। सेना की रेड होर्न्स डिविजन के जनरल आफिसर कमांडिंग मेजर जनरल मेहरा ने कहा कि आठवां संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘हैंड इन हैंड’ यहां हो रहा है।
उन्होंने कहा कि यह अभ्यास इस वर्ष विशेष है क्योंकि यह चीन और भारत के बीच कूटनीतिक संबंधों की स्थापना का 70वां वर्ष है। सैन्य अभ्यास में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (तिब्बत रेजीमेंट) की 139 सदस्यीय टुकड़ी और भारतीय सेना (कुमायूं रेजीमेंट) के इतने ही संख्या में जवान इसमें हिस्सा ले रहे हैं। मेजर जनरल मेहरा ने कहा कि 14 दिनों के दौरान दोनों देशों के सैनिक अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक परिदृश्य में सामरिक अभियान का अभ्यास करेंगे।