चीनी सोशल मीडिया साइट Weibo, WeChat ने हटाए पीएम मोदी और विदेश मंत्रालय के सीमा विवाद पर बयान

By भाषा | Published: June 20, 2020 10:38 PM2020-06-20T22:38:53+5:302020-06-20T22:38:53+5:30

गलवान घाटी में सोमवार रात (15 जून) हुई हिंसक झड़प 45 साल के इतिहास में दोनों देशों के बीच सीमा पर सबसे बड़े टकराव वाली घटना थी। इसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए, वहीं चीन की सेना ने अपने मारे गए जवानों की संख्या नहीं जाहिर की है। 

Chinese social media deletes PM Modi, MEA's statements on India-China standoff | चीनी सोशल मीडिया साइट Weibo, WeChat ने हटाए पीएम मोदी और विदेश मंत्रालय के सीमा विवाद पर बयान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)

Highlightsपीएम नरेंद्र मोदी ने 2015 के चीन दौरे के दौरान वेइबो पर अकाउंट बनाया था और इसके जरिये चीनी जनता से संवाद जारी रखे हुए हैं।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों की शहादत जाया नहीं जाएगी।

बीजिंग: चीन स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने बताया कि 18 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मुख्यमंत्रियों की बैठक में दिए गए भाषण और विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता की टिप्पणी को वेइबो सहित दो चीनी सोशल मीडिया साइटों ने हटा दिया है। चीनी सोशल मीडिया साइटों ने यह कदम ऐसे समय उठाया है जब पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में गत सोमवार (15 जून) को चीन और भारतीय सैनिकों में हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए है और दोनों देशों के बीच और तनाव बढ़ गया है। 

पीएम नरेंद्र मोदी का बयान हटाया

भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने बताया कि विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव की टिप्पणी को 18 जून को ‘साइना वेइबो’ पर बने दूतावास के अकाउंट से हटा दिया गया। उन्होंने बताया कि इसके बाद भारतीय अधिकारियों ने 19 जून को श्रीवास्तव की टिप्पणी के स्क्रीन शॉट को दोबारा प्रकाशित किया। साइना वेइबो ट्विटर की तरह है और चीन में लाखों लोग और बीजिंग स्थित विभिन्न देशों के दूतावास इसका इस्तेमाल करते हैं। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)

पीएम नरेंद्र मोदी सहित कई नेताओं ने चीनी जनता से संवाद के लिए बनाया है अकाउंट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित दुनिया के कई नेताओं ने चीनी जनता से संवाद करने के लिए इस सोशल मीडिया साइट पर अपना अकाउंट बनाया है। भारतीय दूतावास के प्रवक्ता की टिप्पणी को इसी तरह से वीचैट पर बने दूतावास के आधिकारिक अकाउंट से भी हटा दिया गया। इसके स्थान पर संदेश था जिसमें वीचैट ने लिखा नियमों का उल्लंघन करने की वजह से यह सामग्री नहीं देखी जा सकती।’ 

पीएम मोदी की 18 जून को की टिप्पणी भी वीचैट पर नहीं है

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने अपने बयान में कहा था कि चीन को अपनी गतिविधि वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के अपने अधिकार क्षेत्र में सीमित रखनी चाहिए और यथा स्थिति बदलने के लिए कोई एकतरफा कार्रवाई नहीं करनी चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी की गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों की शहादत को लेकर 18 जून को की टिप्पणी भी वीचैट पर उपलब्ध नहीं है। उस पृष्ठ पर लिखा गया है कि यह सामग्री लेखक ने हटा ली है’ जबकि दूतावास के अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने इसे नहीं हटाया है। 

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव (फाइल फोटो)
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव (फाइल फोटो)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों की शहादत जाया नहीं जाएगी। उन्होंने कहा कि भारत शांति चाहता है लेकिन उकसाने पर मुहंतोड़ जवाब देने में भी सक्षम है। भारतीय दूतावास के वेइबो और वीचैट पेज का हजारों लोग अनुकरण करते हैं। भारतीय दूतावास ने वेइबो पेज पहले शुरू किया था जबकि वीचैट ग्रुप की दूतावास ने इस साल जनवरी में बनाया था।

पीएम नरेंद्र मोदी ने 2015 के चीन दौरे के दौरान वेइबो पर अकाउंट बनाया था और इसके जरिये चीनी जनता से संवाद जारी रखे हुए हैं। हालांकि, इस अकाउंट पर हालिया सैन्य झड़प संबंधी कोई पोस्ट नहीं डाली गई है। सोमवार रात (15 जून) को गलवान में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में कर्नल सहित 20 भारतीय जवान शहीद हो गए। चीन ने स्वीकार किया इस झड़प में उसके जवान भी हताहत हुए हैं, लेकिन उसने हताहत सैनिकों की संख्या नहीं बताई है।

Web Title: Chinese social media deletes PM Modi, MEA's statements on India-China standoff

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