'चीनी पक्ष ने पैंगोंग सो के दक्षिण तट के क्षेत्र में यथास्थिति को बदलने का किया प्रयास', लद्दाख में हालिया गतिरोध पर MEA का बयान
By स्वाति सिंह | Published: September 1, 2020 08:00 PM2020-09-01T20:00:37+5:302020-09-01T21:22:44+5:30
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की एक महत्वपूर्ण बैठक में हिस्सा लेने के लिए बुधवार को रूस रवाना होंगे। इस बैठक में क्षेत्रीय सुरक्षा परिदृश्य पर विचार-विमर्श किये जाने की उम्मीद है।
नई दिल्ली: भारत ने मंगलवार को कहा कि चीन का पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग सो के दक्षिणी तटीय इलाके में यथास्थिति बदलने का ताजा प्रयास उन बातों की पूर्ण अनदेखी है जिन पर पहले दोनों देशों के बीच सहमति बनी थी । विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि चीनी पक्ष ने उन बातों की अनदेखी की जिन पर पहले सहमति बनी थी और 29 अगस्त एवं 30 अगस्त देर रात को उकसावे वाली सैन्य कार्रवाई के जरिये दक्षिणी तटीय इलाकों में यथास्थिति को बदलने का प्रयास किया ।
इस मुद्दे पर मीडिया के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘ जैसा कि भारतीय सेना ने कल बताया, भारतीय पक्ष ने अपनी क्षेत्रीय अखंडता एवं अपने हितों की रक्षा के लिये वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन की उकसावे वाली कार्रवाई का जवाब दिया और उचित रक्षात्मक कदम उठाए।’’ श्रीवास्तव ने कहा कि चीनी पक्ष ने सोमवार को एक बार फिर उकसावे वाली कार्रवाई की जब स्थिति सामान्य करने के लिए कमांडर चर्चा कर रहे थे । उन्होंने कहा, ‘‘ समय पर की गई रक्षात्मक कार्रवाई के कारण भारतीय पक्ष एकतरफा ढंग से यथास्थिति बदलने के प्रयास को रोकने में सफल रहे । ’’
समझौतों एवं प्रोटोकाल का ‘स्पष्ट उल्लंघन’
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि साल की शुरुआत से ही वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीनी पक्ष का व्यवहार और कार्रवाई स्पष्ट रूप से द्विपक्षीय समझौतों एवं प्रोटोकाल का ‘स्पष्ट उल्लंघन’ है जो दोनों देशों के बीच सीमा पर शांति स्थापना सुनिश्चित करने के लिये हुई थी । उन्होंने कहा, ‘‘ ऐसी कार्रवाई दोनो देशों के विदेश मंत्रियों और विशेष प्रतिनिधियों के बीच बनी सहमति की भी पूर्ण अनदेखी है ।’’
उन्होंने कहा कि हमने राजनयिक और सैन्य माध्यमों से चीनी पक्ष के समक्ष हाल के उकसावे वाली और आक्रामक कार्रवाई के विषय को उठाया है और उनसे अपील की है कि वे अपने अग्रिम पंक्ति के सैनिकों को ऐसी उकसावे वाली कार्रवाई के संबंध में अनुशासित एवं नियंत्रित रखें ।
कल रूस रवाना होंगे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की एक महत्वपूर्ण बैठक में हिस्सा लेने के लिए बुधवार को रूस रवाना होंगे। इस बैठक में क्षेत्रीय सुरक्षा परिदृश्य पर विचार-विमर्श किये जाने की उम्मीद है। यह जानकारी अधिकारियों ने दी।
अधिकारियों ने बताया कि एससीओ रक्षा मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने के अलावा सिंह अपने रूसी समकक्ष सर्गेई शोइगू और कई अन्य शीर्ष सैन्य अधिकारियों के साथ बातचीत करेंगे जिसका उद्देश्य कई रक्षा खरीद कार्यक्रमों के कार्यान्वयन में तेजी लाना है। एससीओ रक्षा मंत्रियों की बैठक ऐसे समय हो रही है, जब इसके दो सदस्य देशों- भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में एक सीमा गतिरोध है। चीन के रक्षा मंत्री जनरल वेई फेंघे के एससीओ की बैठक में हिस्सा लेने की उम्मीद है।