अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा चीन, चीनी नागरिकों ने लद्दाख में गाड़े टेंट, अधिकारियों के मुताबिक-नागरिकों के भेष में हैं चीनी सैनिक
By सुरेश एस डुग्गर | Published: July 26, 2021 04:31 PM2021-07-26T16:31:00+5:302021-07-26T16:31:00+5:30
देश जब कारगिल विजय दिवस की 22वीं सालगिरह मना रहा है, लद्दाख के मोर्चे से बुरी खबर यह है कि कथित चीनी नागरिकों ने दमचोक इलाके में कई स्थानों पर टेंट गाड़ दिए हैं।
जम्मूः देश जब कारगिल विजय दिवस की 22वीं सालगिरह मना रहा है, लद्दाख के मोर्चे से बुरी खबर यह है कि कथित चीनी नागरिकों ने दमचोक इलाके में कई स्थानों पर टेंट गाड़ दिए हैं। भारत द्वारा उन्हें हटने की चेतावनी दिए जाने के बावजूद वे अभी भी वहीं टिके हुए हैं।
लद्दाख के मोर्चे पर दोनों सेनाओं की वापसी की खातिर होने वाली 12वें दौर की वार्ता आज होनी थी, लेकिन कारगिल विजय दिवस समारोह के कारण भारतीय सेना के आग्रह पर अब इसे आगे खिसका दिया गया है। तब तक यही आशंका है कि दमचोक में टेंट गाड़ने वाले कथित चीनी नागरिक वहीं टिके रहेंगें।
चीनी नागरिकों ने की 'घुसपैठ'
सेना सूत्रों के मुताबिक, कुछ दिन पहले ही बड़ी संख्या में चीनी नागरिकांं ने दमचोक में ‘घुसपैठ’ की है। हालांकि चीनी सेना उनकी घुसपैठ को घुसपैठ नहीं मानती क्योंकि एलएसी पर दोनों मुल्कों के बीच जो 10 विवादाग्रस्त इलाके हैं दमचोक भी उनमें से एक है। एक सूत्र के मुताबिक, ‘अतः इन टेंटों को उखाड़ने की जबरन कार्रवाई नहीं की जा सकती’। हालांकि इतना जरूर था कि अधिकारी दावा करते थे कि टेंट गाड़ने वालों में चीनी खानाबदोशों के अतिरिक्त पीएलए के सैनिक नागरिकों के भेष में हैं।
सेना के अधिकारियों के बीच हुई बात
जानकारी के मुताबिक, इस संबंध में हाटलाइन पर दोनों मुल्कों के सेना से जुड़े अधिकारियों के बीच बात हुई है, लेकिन भारतीय सेना फिलहाल इस इलाके में इसलिए नहीं जा पा रही है क्योंकि विवादित क्षेत्रों में पिछले एक साल से भारतीय सेना की गश्त पर लगा 'प्रतिबंध' अभी भी जारी है। अनुमानतः दस के करीब ऐसे विवादित क्षेत्र पहले से ही थे और पिछले साल चीनी सेना द्वारा लद्दाख के मोर्चे पर कई किमी तक भारतीय इलाके में घुसपैठ आने के बाद ऐसे आधा दर्जन के करीब और इलाके विवादाग्रस्त घोषित कर दिए गए।