चीनी नागरिक चार्ली पेंग दलाई लामा के मूवमेंट पर रख रहा था नजर, हिमाचल सरकार ने लामा की बढ़ाई सुरक्षा व्यवस्था
By अनुराग आनंद | Published: August 24, 2020 09:28 PM2020-08-24T21:28:43+5:302020-08-24T21:28:43+5:30
दिल्ली में पिछले दिनों आयकर विभाग की छापेमारी के दौरान लुओ संग को गिरफ्तार किया गया था, जो फर्जी तरीके से चार्ली पेंग के नाम से रह रहा था।
नई दिल्ली:चीन के नागरिक चार्ली पेंग की गिरफ्तारी के बाद एक बार फिर से बड़ा खुलासा हुआ है। इस मामले में जानकारी देते हुए हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर ने कहा है कि चार्ली पेंग ने एस.के. ट्रेडर कंपनी से इन दोनों को पैसा ट्रांसफर किया है। अभी तक की जानकारी में इनका मकसद दलाई लामा जी की मूवमेंट पर नजर रखना और कॉम्युनिकेट करना बताया जा रहा है।
इसके साथ ही सीएम जयराम ठाकुर ने कहा है कि हमने दलाई लामा जी की सुरक्षा व्यवस्था को और ज्यादा मजबूत करने को कहा है। सीएम ने जानकारी देते हुए कहा कि अभी तक सूचना मिली है कि चीन का एक नागरिक चार्ली पेंग जिसे दिल्ली में पकड़ा गया था, उसका हिमाचल प्रदेश में 2 लोगों के साथ उसका संपर्क है। जिसमें से एक महिला चीन की नागरिक है। पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया है, IB के लोग भी उनसे पूछताछ कर रहे हैं।
चार्ली पेंग ने एस.के. ट्रेडर कंपनी से इन दोनों को पैसा ट्रांसफर किया है। अभी तक की जानकारी में इनका मकसद दलाई लामा जी की मूवमेंट पर नजर रखना और कॉम्युनिकेट करना बताया जा रहा है। हमने दलाई लामा जी की सुरक्षा व्यवस्था को और ज्यादा मजबूत करने को कहा है : हिमाचल प्रदेश CM जयराम ठाकुर https://t.co/tN8iZvztjm
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 24, 2020
जासूसी के मामले में पहले भी हो चुका है गिरफ्तार
बता दें कि दिल्ली में पिछले दिनों आयकर विभाग की छापेमारी के दौरान लुओ संग को गिरफ्तार किया गया था, जो फर्जी तरीके से चार्ली पेंग के नाम से रह रहा था। दिल्ली पुलिस ने बताया है कि वह जासूसी के मामले में सितंबर 2018 में गिरफ्तार किया गया था और फिलहाल जमानत पर बाहर था।
मिजोरम की महिला से शादी कर बनवाया डॉक्यूमेंट
जांच में पता चला है कि लुओ संग साल 2014 में नेपाल के रास्ते अवैध तरीके से भारत में प्रवेश किया था। इसके बाद लुओ ने मिजोरम की एक महिला से शादी की और मणिपुर से फर्जी पासपोर्ट के साथ भारतीय पहचान प्राप्त हासिल कर लिया। इसके साथ ही उसने इसी नाम से आधार कार्ड और पैन कार्ड भी बनवा लिया।
लुओ संग के ऑफिस में काम करने वालों ने पहुंचाया पैसा
आईटी विभाग ने सरकारी एजेंसियों को बताया है कि तिब्बती भिक्षुओं के लिए रिश्वत का पैसा लुओ संग के ऑफिस में काम करने वाले कर्मचारियों के माध्यम से भेजा गया था। इसके साथ ही विभाग ने बताया है कि कोरियर कंपनी ने स्वीकार किया है कि उसके जरिए नकदी का लेन-देन किया गया है।
पूरा गैंग चीनी ऐप 'वी चैट' के जरिए करता था बात
सूत्रों ने बताया है कि पूरा गैंग बातचीत के लिए चीनी ऐप 'वी चैट' का इस्तेमाल करता था। विभाग ने दिल्ली के एक चार्टर्ड अकाउंटेंट को भी ट्रैक किया है, जो मनी लॉन्ड्रिंग में इस गैंग की मदद कर रहा था। उस व्यक्ति से पूछताछ की जा रही है और उसे गिरफ्तार किया जाना बाकी है, जो 40 से अधिक बैंक खातों का संचालन कर रहा था। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इन्हीं 40 बैंक अकाउंट के माध्यम से 300 करोड़ रुपये का ट्रांजेक्शन किया गया है। लेन-देन के लिए कुछ चीनी फर्मों का इस्तेमाल किया गया है, इनमें से कुछ का पता लगाया जा चुका है।