जम्मू-कश्मीर के बच्चे राष्ट्रवादी, लेकिन कभी-कभी वे गलत दिशा में चले जाते हैंः राजनाथ
By भाषा | Published: January 22, 2020 05:50 PM2020-01-22T17:50:54+5:302020-01-22T17:50:54+5:30
दिल्ली में गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित एनसीसी के शिविर में रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर के बच्चे राष्ट्रवादी हैं, उन्हें किसी और तरीके से नहीं देखा जाना चाहिए। हां, कभी-कभी वे गलत दिशा में चले जाते हैं।’’
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर के बच्चे राष्ट्रवादी हैं लेकिन कभी-कभी वे गलत दिशा में चले जाते हैं।
कुछ दिन पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने कहा था कि कश्मीर में 10 से 12 साल के लड़के-लड़कियों को कट्टरपंथी बनाया जा रहा है जो चिंता का विषय है। दिल्ली में गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित एनसीसी के शिविर में रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर के बच्चे राष्ट्रवादी हैं, उन्हें किसी और तरीके से नहीं देखा जाना चाहिए। हां, कभी-कभी वे गलत दिशा में चले जाते हैं।’’
रक्षा मंत्री से नेशनल कैडेट कोर में शामिल होने के लिए राज्य के बच्चों को प्रेरित किए जाने के बारे में राय पूछी गई थी जिसके जवाब में सिंह ने यह कहा। उन्होंने कहा, ‘‘बच्चे तो बच्चे ही होते हैं। उन्हें जिस तरह से प्रेरित किया जाना चाहिए, कभी-कभार लोग उन्हें उस तरीके से प्रेरित नहीं करते। बल्कि उन्हें तो गलत दिशा में भेज दिया जाता है।’’ सिंह ने कहा, ‘‘इसलिए बच्चों को इसका दोष नहीं दिया जाना चाहिए। जो लोग उन्हें गलत दिशा में बढ़ावा दे रहे हैं, दोष उन्हें दिया जाना चाहिए। उन्हें गलत दिशा में मोड़ रहे लोग दोषी हैं।’’
हम राजनीति सरकार बनाने के लिए नहीं देश बनाने के लिए करते हैं : राजनाथ सिंह
संशोधित नागरिकता कानून के समर्थन में भारतीय जनता पार्टी की ओर से आयोजित रैली को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को यहां कहा कि ‘‘हम सरकार नहीं, बल्कि देश बनाने के लिए राजनीति करते हैं।
मेरठ के माधवकुंज मैदान में संशोधित नागरिकता कानून के समर्थन में आयोजित जन जागरण रैली को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि हमने (पिछली सरकार में) नागरिकता संशोधन कानून बनाया था लेकिन उस दौरान यह लागू नहीं हो सका था और इस बार हमने इसे कर दिखाया।
उन्होंने कहा, ‘‘इस कानून को अब हिन्दू मुस्लिम के नजरिए से देखा जा रहा है। हमारे प्रधानमंत्री धर्म से इतर न्याय की बात करते हैं। गांधी जी ने भी कहा था कि धर्म के आधार पर विभाजन नहीं होना चाहिए। टुकड़े टुकड़े करने के नारे लगाए जा रहे हैं। सारी दुनिया भारत की ताकत स्वीकार कर रही है।’’
सिंह ने कहा, ‘‘हम धर्म या मजहब की राजनीति कर स्वार्थ नहीं साधते।’’ राजनाथ ने सवाल करते हुए कहा कि क्या नागरिकों का रजिस्टर नहीं होना चाहिए? सरकारी योजना का लाभ लेने के लिए डॉक्यूमेंट होना चाहिए या नहीं।
रक्षा मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यक जलालत की जिंदगी जी रहे हैं और भारत ने अपने धर्म का पालन किया है। निर्धारित समय से विलंब से आये सिंह ने अपने भाषण की शुरुआत में कहा कि देर से आया हूं लेकिन दुरुस्त आया हूं।
उन्होंने आगे कहा, ‘‘मेरठ क्रांतिकारियों की धरती है । क्रांति का शंखनाद यही से हुआ था । भाजपा इस धरती की अहमियत समझती है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी सार्वजनिक सभाओं का शुभारंभ क्रांतिकारियों की धरती से किया था।
उन्होंने कहा, ‘‘2014 और 2019 में (चुनावी) सभा यहीं से शुरू हुई। कोई भी राजनीतिक पार्टी चुनाव में उतरती है और तरह तरह के वादे करती है। लेकिन, जनता को यकीन दिलाना चाहता हूं कि हमारी पार्टी जो कहेगी उसे पूरा भी करेगी ।’’
मेरठ में CAA के समर्थन में रैली करते हुए राजनाथ सिंह: CAA हमारा वादा था, हमने अपना वादा पूरा किया, हमने कोई अपराध नहीं किया, लेकिन इसे हिन्दू और मुसलमान के नजरिये से देखा जा रहा है।संदेह चाहे कोई भी कर ले, हमारा प्रधानमंत्री धर्म के आधार पर नहीं इंसानियत के आधार पर सोचते हैं। pic.twitter.com/eHqtC4gDeA
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 22, 2020