छत्तीसगढ़ में बोले PM मोदी- कांग्रेस को लगता है हमारे परिवार की विरासती राजगद्दी चाय वाला कैसे चुरा ले गया
By रामदीप मिश्रा | Published: November 16, 2018 01:28 PM2018-11-16T13:28:23+5:302018-11-16T13:28:23+5:30
प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ में हुए पहले चरण के चुनाव को लेकर कहा कि एक तरफ बम बन्दूक का भय दिखाया जा रहा था। लोगों को मौत के घाट उतार करके लोकतंत्र का गला दबोचने का निर्लज प्रयास हो रहा था। दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ की जनता ने पहले चरण में भारी मतदान देकर भारत के लोकतंत्र की ताकत को सिद्ध कर दिया है।
देश में हो रहे पांच राज्यों के चुनावों के लिए प्रचार जोरों पर है। शुक्रवार (16 नवंबर) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर के गांधी स्टेडियम में चुनावी सभा को संबोधित किया। इस दौरान वह एक नए अंदाज में नजर आए, जहां उन्होंने संबोधन से पहले राज्य की परंपरा के अनुसार ड्रम बजाया और आमजन का अभिवादन स्वीकार किया।
अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस का हाल टीवी पर आने वाले उस बाबा की तरह हो गया है जो कहते हैं कि दूध पीते हो, नहीं पीते तो पीना शुरू कर दो कृपा आनी शुरू हो जाएगी। कांग्रेस भी ऐसे ही करती है वोट दो तो कृपा आनी शुरू हो जाएगी।
आगे उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि अंग्रेज उनके नाम पर हिंदुस्तान करके गए हों, उनके परिवार की चार पीढ़ियों ने देश पर राज किया और आज हमसे हिसाब मांग रहे हैं। मैं तो हर रोज अपने चार सालों का हिसाब देता हूं। कांग्रेस पार्टी को नींद नहीं आ रही है कि ये हमारे परिवार की विरासत हमारी राजगद्दी को ये चाय वाला कैसे चुरा ले गया।
उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि लोगों को लगता था कि लाल किले से भाषण देने का अधिकार एक ही परिवार को है। राजदरबारी एक ही परिवार का गीत गाते हैं। आज देश में भाजपा एकमात्र ऐसी पार्टी है जो बिना भेदभाव के, बिना तेरे मेरे के, बिना अपने पराए के किसी भी प्रकार का भेदभाव किए बिना एक मंत्र को लेकर चल रही है "सबका साथ, सबका विकास"।
प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ में हुए पहले चरण के चुनाव को लेकर कहा कि एक तरफ बम बन्दूक का भय दिखाया जा रहा था। लोगों को मौत के घाट उतार करके लोकतंत्र का गला दबोचने का निर्लज प्रयास हो रहा था। दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ की जनता ने पहले चरण में भारी मतदान देकर भारत के लोकतंत्र की ताकत को सिद्ध कर दिया है।
उन्होंने छत्तीसगढ़ के आमजन से अपील करते हुए कहा कि 20 नवंबर को वोटिंग के सारे रिकॉर्ड तोड़ करके ऐसे हिंसा करने वालों को करारा जवाब दो।
वहीं, उन्होंने तेलंगाना का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस अनेक वर्षों तक तेलंगाना की मांग ठुकराती रही, तेलंगाना का आंदोलन करने वालों पर गोलियों चलाती रही, लेकिन कभी संसद में चर्चा नहीं की। जब राजनीतिक उल्लू सीधा करने की बारी आयी तो आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के लोगों के हकों को बिना सुने ही फैसला कर दिया।
उन्होंने कहा कि मैं जब पिछली बार अंबिकापुर आया था तो यहां लाल किला बनाया था। वह अंबिकापुर के लोगों की भावनाओं का प्रतिबिंब था। जिन्होंने अंबिकापुर को बदनाम कर दिया उनका हिसाब मांगने का समय आ गया है। इस चुनाव में चुन-चुनकर उनको घर भेजेंगे।