छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री की आज होगी विधायक दल की बैठक में घोषणा, देव और बघेल रेस में
By भाषा | Published: December 15, 2018 05:32 AM2018-12-15T05:32:27+5:302018-12-15T05:32:27+5:30
प्रवक्ता ने बताया कि चारों नेता शनिवार को एक विशेष विमान से पर्यवेक्षक मल्लिर्काजुन खड़गे, पार्टी के राज्य प्रभारी पी एल पुनिया के साथ यहां पहुंचेंगे। उन्होंने बताया कि पार्टी के प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन में कांग्रेस विधायक दल की बैठक होगी जिस दौरान मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा की जाएगी।
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस शनिवार को यहां कांग्रेस विधायक दल की बैठक करेगी जिसमें राज्य के अगले मुख्यमंत्री की घोषणा की जाएगी। पार्टी के एक नेता ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। प्रदेश कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दिल्ली में प्रदेश इकाई के चार वरिष्ठ नेताओं- टी एस सिंह देव, ताम्रध्वज साहू, भूपेश बघेल और चरणदास महंत के साथ मुलाकात की और उनके साथ बातचीत की। देव और बघेल इस शीर्ष पद के लिए रेस में आगे बताये जा रहे हैं।
प्रवक्ता ने बताया कि चारों नेता शनिवार को एक विशेष विमान से पर्यवेक्षक मल्लिर्काजुन खड़गे, पार्टी के राज्य प्रभारी पी एल पुनिया के साथ यहां पहुंचेंगे। उन्होंने बताया कि पार्टी के प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन में कांग्रेस विधायक दल की बैठक होगी जिस दौरान मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा की जाएगी।
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आवास पर हुई लंबी बैठक के बाद शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के चयन का फैसला गांधी पर छोड़ दिया गया। गांधी के आवास पर ‘12 तुगलक लेन’ पर तीन घंटे की बैठक के बाद मुख्यमंत्री की घोषणा नहीं की गई, हालांकि पहले इस तरह की खबरें थीं कि यह घोषणा बैठक के बाद कर दी जाएगी।
इस बैठक में छत्तीसगढ़ के लिए पर्यवेक्षक मल्लिर्काजुन खड़गे, पार्टी के राज्य प्रभारी पी एल पुनिया और मुख्यमंत्री की दौड़ में शामिल माने जा रहे चार प्रमुख नेता-टी एस सिंह देव, ताम्रध्वज साहू, भूपेश बघेल और चरणदास महंत शामिल हुए।
बैठक में शामिल रहे एक नेता ने बताया, ‘‘बैठक में शामिल सभी नेताओं ने मुख्यमंत्री का फैसला राहुल गांधी जी पर छोड़ दिया है। वह जो भी निर्णय लेंगे वह सबको स्वीकार्य होगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उम्मीद है कि मुख्यमंत्री की घोषणा शनिवार विधायक दल की बैठक में कर दी जाए।’’
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 90 सदस्यीय विधानसभा में 68 सीटें हासिल हुई हैं। इसी के साथ राज्य में भाजपा का 15 साल का शासन समाप्त हो गया।