उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही छठ पर्व समाप्त, लालू-राबड़ी आवास में छायी रही उदासी, नीतीश के यहां रौनक

By एस पी सिन्हा | Published: November 14, 2018 01:41 PM2018-11-14T13:41:47+5:302018-11-14T13:42:21+5:30

राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के घर राबडी देवी के छठ का इंतजार सबों को था. लेकिन उनके आवास पर सन्‍नाटा पसरा रहा. दूसरी ओर मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार के सरकारी आवास पर छठ की रौनक दिखी.

Chhath festival ends, sadness surrounding the Laloo-Rabdi residence, lavish here at Nitish | उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही छठ पर्व समाप्त, लालू-राबड़ी आवास में छायी रही उदासी, नीतीश के यहां रौनक

नीतीश कुमार और लालू यादव के घर का नजारा

पटना, 14 नवंबरः लोक आस्था का महापर्व छठ उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही चार दिवसीय यह महापर्व सम्पन्न हो गया. बिहार में इस बार एक-दो घटनाओं को छोड छठ शांतिपूर्वक और सुरक्षित तरीके से संपन्न हो गया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वयं पल-पल की जानकारी ली और सुरक्षा इंतजामों के बारे में आश्वस्त होते रहे. उन्होंने अपने आवास पर भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित किया.

आज पूरे प्रदेश में छठ घाट पर तड़के सुबह ही उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के लिए छठव्रती और उनके परिवार के सदस्यों के आलावा बडी संख्या में लोग अर्घ्य देने पहुंचे थे. सूर्योदय के साथ ही छठव्रतियों ने अर्घ्य दिया और लोगों ने मनोकामनाएं मांगी. प्रदेश के विभिन्‍न भागों में छठ घाटों पर जाकर लाखों की संख्या में व्रतियों ने भगवान भास्कर और छठी मैया की पूजा की. इससे पहले आज सुबह के तीन बजे से ही राजधानी सहित विभिन्न घाटों पर लोग माथे पर दौउरा लेकर पहुंचे. इसके बाद छठ व्रती पानी में खडे होकर पूजा सामग्रियों से भरे सूप हाथों में लिए और भगवान भास्कर को पूरी श्रद्धा के साथ दूसरा अर्घ्‍य दिया. 

छठ पर्व के आखिरी दिन भक्त प्रसिद्ध छठ के गीत गाते हुए घाटों पर पहुंचे. उगते सूर्य को अर्घ्य के बाद छठ मैया को समर्पित कर बनाए गए खास ठेकुए और प्रसाद लोगों में बांटे गए. शुक्ल पक्ष की षष्ठी चैती छठ और कार्तिक शुक्ल पक्ष की षष्ठी पर मनाए जाने वाले इस पर्व के लिए पटना के घाटों पर विशेष इंतजाम किए गए थे. 

सोमवार की शाम को खरना पूजा के साथ ही छठव्रतियों का 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो गया था. मंगलवार को शाम का अर्घ्य और आज सुबह के अर्घ्य के बाद व्रती महिलाओं ने पारण किया. मान्यता है कि मनोवांछित फल पाने के लिए श्रद्धालु भगवान सूर्य को अर्घ्य देते हैं. इस महापर्व को लेकर झारखंड-बिहार सहित देश के कई हिस्‍सों में भक्ति व उत्‍साह चरम पर रहा. छठ को लेकर नदियों और तालाबों को खासतौर से सजाया गया था और श्रद्धालुओं के आवागमन के लिए सडकों को साफ-सुथरा किया गया था.

बिहार में राजनेताओं के छठ की बात करें तो राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव तथा मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार के घरों के छठ चर्चा में रहते आए हैं. कुछ सालों बाद इस बार राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के घर राबडी देवी के छठ का इंतजार सबों को था. लेकिन उनके आवास पर सन्‍नाटा पसरा रहा. दूसरी ओर मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार के सरकारी आवास पर छठ की रौनक दिखी.

उल्लेखनीय है कि मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार के परिजनों ने उनके सरकारी आवास पर छठ पर्व धूमधाम से किया. इस साल 2016 से नहीं हो रहे राबडी देवी के छठ का भी इंतजार था, क्‍योंकि बीते साल उन्‍होंने घर में बहू आने के बाद छठ करने की घोषणा की थी. बेटे तेज प्रताप के विवाह के बाद घर में बहू आई, लेकिन छठ के पहले ही तलाक का लफडा फंस गया है. इस मुद्दे पर परिवार के विरोध से नाराज तेज प्रताप घर छोड़कर तीर्थों में भटक रहे हैं. 

इससे परेशान राबडी देवी ने दोनों बेटों के घर में रहने पर ही छठ करने की घोषणा करते हुए छठ नहीं किया. छठ में लालू-राबडी आवास में सन्‍नाटा दिखा तो वहां से कुछ ही दूर स्थित मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार के सरकारी आवास पर छठ पर्व की रौनक दिखी. मुख्‍यमंत्री ने व्रत के दौरान अर्घ्‍य भी दिया.

पटना के 7, सर्कुलर रोड स्थित मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर उनके साले अरुण कुमार की पत्नी रेणु देवी और दो भतीजियां झुन्नी कुमारी व रेखा देवी ने छठ व्रत किया. नीतीश कुमार व्रत की तैयारियों की देखरेख करते रहे. इस दौरान मुख्‍यमंत्री आवास पर नेताओं और नौकरशाहों की भीड दिखी. खुद मुख्‍यमंत्री मेहमानों के बीच प्रसाद वितरण के काम की देखरेख करते दिखे.

मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार के छठ जैसा ही नजारा कभी लालू परिवार के छठ के दौरान दिखता था. बदली परिस्थितियों में लालू प्रसाद यादव की पत्‍नी ने छठ व्रत करना छोड दिया, लेकिन बीते साल उन्‍होंने घर में बहू आने पर छठ व्रत शुरू करने की बात कही थी. इसलिए छठ आते ही सबकी निगाहें पटना स्थित 10 सर्कुलर रोड के राबडी आवास की आर खिंची चली गई. लेकिन राबडी देवी ने कहा कि वे छठ तभी करेंगी, जब दोनों बेटे घर पर साथ रहेंगे. 

छठ पर्व पर लालू-राबडी की सातों बेटियां, दामाद तथा नाती-नातिन सहित सभी नाते-रिश्तेदार आते थे. छठ का गेहूं सुखाना हो या प्रसाद बनाना हो, सारा काम राबडी देवी खुद किया करती थीं. राबडी आवास छठ को लेकर चार दिनों पहले से ही गुलजार रहता था. लालू भी छठ में रहते थे. इसके पहले जब राबडी देवी गंगा घाट जाकर छठ पूजा करती थीं, तो लालू खुद अपने सिर पर छठ की टोकरी लेकर पैदल जाते थे.

इस साल चारा घोटाला में सजा काट रहे लालू के रहने की संभावना तो नहीं थी, लेकिन राबडी आवास पर छठ की रौनक लौटने की उम्‍मीद जरूर थी. लेकिन ऐसा नहीं हो सका. इसके पहले लालू-राबडी आवास पर दीपावली की वो खुशी भी दिखाई नहीं दी जो हर साल दिखाई देती थी.

Web Title: Chhath festival ends, sadness surrounding the Laloo-Rabdi residence, lavish here at Nitish

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