प्रासंगिक बने रहने के लिये भारतीय सशस्त्र बलों में बदलाव जरूरी : बिपिन रावत
By भाषा | Published: March 4, 2021 10:24 PM2021-03-04T22:24:04+5:302021-03-04T22:24:04+5:30
हैदराबाद, चार मार्च प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने बृहस्पतिवार को कहा कि तेजी से बदलते भू-राजनीति माहौल में प्रासंगिक बने रहने के लिये भारतीय सशस्त्र बलों में बदलाव जरूरी है।
‘बदलाव: भारतीय सशस्त्र बलों के लिये अत्यावश्यक’ विषय पर वेबिनार में अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि भारत एक जटिल और चुनौतीपूर्ण सुरक्षा माहौल का सामना कर रहा है, जहां सैन्य क्षमताओं में बढ़ोतरी समय की मांग है और राष्ट्र की युद्ध लड़ने की क्षमताओं में कमियों को दूर करने की जरूरत है।
रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में यहां कहा गया, “उन्होंने कहा कि तेजी से बदलते भू-राजनीतिक परिदृश्य में प्रासंगिक बने रहने के लिये भारतीय सशस्त्र बलों में बदलाव एक पूर्व शर्त है और इस बात पर प्रकाश डाला कि एक अहम रणनीतिक प्रबंधन, पूर्व आकलन की क्षमता, उसके लिये तैयारी और बदलाव को स्वीकार करने की क्षमता है।”
दो दिवसीय वेबिनार का आयोजन सिकंदराबाद में रक्षा प्रबंधन कॉलेज (सीडीएम) द्वारा किया जा रहा है, जिसकी शुरुआत बृहस्पतिवार को हुई।
उन्होंने भविष्य के लिये तैयार सेना बनाए रखने के उद्देश्य से बदलते सिद्धांतों के महत्व, बलों की संरचना, प्रौद्योगिकी पर भी जोर दिया।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।