चंद्रयान-2 मिशन रॉकेट प्रक्षेपण का हुआ पूर्वाभ्यास, 22 जुलाई को किया जाएगा लॉन्च
By स्वाति सिंह | Published: July 21, 2019 09:23 AM2019-07-21T09:23:25+5:302019-07-21T09:23:25+5:30
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) चंद्रयान-2 का प्रक्षेपण 22 जुलाई को दोपहर 2 बजकर 43 मिनट पर करेगा। इससे पहले इसरो के दूसरे मून मिशन चंद्रयान-2 को 15 जुलाई को लॉन्च किया जाना था
इसरो ने अपने चंद्रयान-2 मिशन के राकेट जीएसएलवी मार्क-3 के प्रक्षेपण का पूर्वाभ्यास शनिवार को पूरा कर लिया। इसरो ने आज देर रात यह घोषणा करते हुए बताया कि पूर्वाभ्यास के दौरान सभी प्रणालियों ने सामान्य रूप से काम किया।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) चंद्रयान-2 का प्रक्षेपण 22 जुलाई को दोपहर 2 बजकर 43 मिनट पर करेगा। इससे पहले इसरो के दूसरे मून मिशन चंद्रयान-2 को 15 जुलाई को लॉन्च किया जाना था लेकिन तकनीकी खराबियों के चलते इसे रोक लिया गया। इस बात की जानकारी इसरो ने ट्वीट करके दी है।
अगर चंद्रयान-2 का प्रक्षेपण 21 या 22 जुलाई को हुआ तो ऐसे में उसकी यात्रा 4 दिन आगे बढ़ जाएगी। यानि वह 10 या 11 सितंबर को चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचेगा। बता दें कि भारत ने सोमवार तड़के श्रीहरिकोटा के अंतरिक्ष प्रक्षेपण केंद्र से होने वाले दूसरे चंद्रमा मिशन, चंद्रयान-2 का प्रक्षेपण तकनीकी खामी के चलते तय समय से लगभग एक घंटे पहले रद्द कर दिया। आंकड़ों पर गौर करें तो पिछले छह दशकों में से 109 चंद्रमा मिशनों में 61 सफल हुए हैं और 48 विफल रहे। चंद्रमा मिशनों पर अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के डेटाबेस ने यह आंकड़े सामने रखे हैं।
1958 से लेकर 2019 तक भारत के साथ ही अमेरिका, यूएसएसआर (अब रूस), जापान, यूरोपीय संघ और चीन ने विभिन्न चंद्रमा मिशनों को लॉन्च किया है।
चंद्रमा तक पहले मिशन की योजना 17अगस्त 1958 में अमेरिका ने बनाई थी लेकिन ‘पायनियर 0’ का प्रक्षेपण असफल रहा। सफलता छह मिशन के बाद मिली। पहला सफल चंद्रमा मिशन लूना 1 था जिसका प्रक्षेपण सोवियत संघ ने चार जनवरी,1959 को किया था।