9 से 16 जुलाई के बीच प्रक्षेपित किया जाएगा चंद्रयान-2, चांद पर लहराएगा भारत का झंडा
By स्वाति सिंह | Published: May 22, 2019 07:52 AM2019-05-22T07:52:09+5:302019-05-22T07:52:09+5:30
इजराइल के प्रयास की विफलता के बाद इसरो ने चंद्रयान-2 मिशन को जुलाई तक के लिए टाल दिया गया है। इसरो के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के चेयरमैन डॉ के सिवान ने बताया कि चंद्रयान-2 को जुलाई 9 से 16 के बीच में लॉन्च किया जाएगा। डॉ सिवान ने कहा 'भारत जुलाई में एक ऐतिहासिक मिशन बनने जा रहा है। चंद्रयान-2 9 से 16 जुलाई के बीच लॉन्च किया जाएगा। चंद्रयान-2 इसरो द्वारा किया गया सबसे चुनौतीपूर्ण मिशन है।'
बीते दिनों खबर थी कि चांद पर उतरने के इजराइल के प्रयास की विफलता के बाद इसरो ने चंद्रयान-2 मिशन को जुलाई तक के लिए टाल दिया गया है। इसरो के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
बता दें कि भारत के चंद्र मिशन का प्रक्षेपण अप्रैल में ही होना था लेकिन शुरुआत में इजराइल के 'बेरेशीत प्रक्षेपण यान' के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद इसे टाल दिया गया। यह निजी प्रयास वाला पहला महत्वाकांक्षी मिशन था। अधिकारी ने बताया, 'चांद पर उतरना बहुत ही जटिल मिशन है।' उन्होंने कहा कि अब प्रक्षेपण के लिए उपलब्ध अगली तिथियां मध्य जुलाई में 10 दिन के लिए हैं।
अमेरिकी इसरो ने कहा था कि जुलाई में भेजे जाने वाले भारत के दूसरे चंद्र अभियान में 13 पेलोअंतरिक्ष एजेंसी नासा का भी एक उपकरण होगा। इसरो ने चंद्र मिशन के बारे में ताजा जानकारी देते हुए, 13 भारतीय पेलोड (ओर्बिटर पर आठ, लैंडर पर तीन और रोवर पर दो पेलोड तथा नासा का एक पैसिव एक्सपेरीमेंट (उपरकण) होगा'
हालांकि, इसरो ने नासा के इस उपकरण के उद्देश्य को स्पष्ट नहीं किया है। इस अंतरिक्ष यान का वजन 3.8 टन है। यान में तीन मोड्यूल (विशिष्ट हिस्से) ऑर्बिटर , लैंडर (विक्रम) और रोवर (प्रज्ञान) हैं।