चमकी बुखार: मुजफ्फरपुर में अब तक 137 की मौत, बिहार सरकार ने SC से कहा- डॉक्टरों के 57% और नर्सों के 71% पद खाली

By स्वाति सिंह | Published: July 3, 2019 12:02 PM2019-07-03T12:02:10+5:302019-07-03T12:02:10+5:30

मस्तिष्क ज्वर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे बिहार में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर हुए चौंकाने वाले खुलासे में राज्य सरकार ने मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट को बताया कि सरकार द्वारा संचालित स्वास्थ्य केंद्रों में स्वीकृत 12,206 पदों के लिये सिर्फ 5,205 डॉक्टर ही तैनात हैं। 

Chamki fever: Death toll due to AES rises to 137 in Muzaffarpur | चमकी बुखार: मुजफ्फरपुर में अब तक 137 की मौत, बिहार सरकार ने SC से कहा- डॉक्टरों के 57% और नर्सों के 71% पद खाली

चमकी बुखार: मुजफ्फरपुर में अब तक 137 की मौत, बिहार सरकार ने SC से कहा- डॉक्टरों के 57% और नर्सों के 71% पद खाली

Highlightsसरकार द्वारा संचालित स्वास्थ्य केंद्रों में स्वीकृत 12,206 पदों के लिये सिर्फ 5,205 डॉक्टर ही तैनात हैं। अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में स्वीकृत क्षमता 19,155 के मुकाबले सिर्फ 5,634 नर्सें ही तैनात हैं। 

बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार (एक्यूट एनसेफिलाइटिस सिंड्रोम) से मरने वालों की संख्या बढ़कर 137 हो गई है। जबकि एसकेएमसीएच में 116 और केजरीवाल हॉस्पिटल में यह संख्या 21 हो गई है। बता दें कि बिहार के 12 जिलों में में चमकी बुखार का कहर है लेकिन इसका सबसे ज्यादा असर मुजफ्फरपुर में है।

डाक्टरों के 57% और नर्सों के 71% पद खाली: बिहार सरकार 

मस्तिष्क ज्वर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे बिहार में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर हुए चौंकाने वाले खुलासे में राज्य सरकार ने मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट को बताया कि सरकार द्वारा संचालित स्वास्थ्य केंद्रों में स्वीकृत 12,206 पदों के लिये सिर्फ 5,205 डॉक्टर ही तैनात हैं। 

कोर्ट में दिए गए हलफनामे में राज्य सरकार ने कहा कि सरकार द्वारा संचालित अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में स्वीकृत क्षमता 19,155 के मुकाबले सिर्फ 5,634 नर्सें ही तैनात हैं। 


अदालत ने 24 जून को राज्य सरकार को निर्देश दिया था कि वह राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं, पोषण और साफ-सफाई को लेकर एक हफ्ते में मौजूदा स्थिति से उसे अवगत कराए। 

मुजफ्फरपुर में मस्तिष्क ज्वर से 100 से ज्यादा बच्चों की मौत के बाद अदालत ने यह निर्देश दिया था। इस बीमारी के संदर्भ में राज्य सरकार ने कहा कि कुल 824 मामले सामने आएं हैं और कुल 157 मौत हुई हैं। 

इसमें हालांकि कहा गया कि यह नहीं पता कि मस्तिष्क ज्वर से हुई मौत के 215 मामलों में से 24 इस बीमारी से हुई हैं या नहीं। बिहार सरकार ने कहा कि राज्य में डॉक्टरों और नर्सों के क्रमश: 57 और 71 फीसद पद खाली हैं। 

सीएम नीतीश कुमार ने मांगा बिहार के स्वास्थ्य मंत्री का इस्तीफा?

बिहार में एईएस अर्थात चमकी बुखार से हो रही मौतों के सिलसिले में जहां एक ओर थोड़ी कमी हो रही है, वहीं इस मुद्दे पर सियासत परवान चढ़ने लगी है। विपक्ष के हमलों के बीच अब बिहार सरकार के भीतर भी खींचतान की खबरें सामने आ रही हैं। चर्चा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे से इस्तीफा मांगा है। हालांकि, इसकी पुष्टी किसी स्तर से नहीं की जा रही है। वहीं, भाजपा सूत्रों ने भी स्पष्ट संकेत दिया है कि वह इस्तीफा नहीं देंगे। 

Web Title: Chamki fever: Death toll due to AES rises to 137 in Muzaffarpur

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