बिहार में चमकी बुखार से अब तक 111 बच्चों की मौत
By भाषा | Published: June 19, 2019 12:04 AM2019-06-19T00:04:40+5:302019-06-19T06:31:51+5:30
एसकेएमसीएच अस्पताल और केजरीवाल अस्पताल में मरने वालों की संख्या 110 हो गई है जबकि पड़ोसी पूर्वी चंपारण जिले में एक बच्चे की जान गई है। वैसे एईएस के ज्यादातर मामले मुजफ्फरपुर में सामने आए हैं लेकिन पड़ोस के पूर्वी चंपारण और वैशाली जैसे जिलों में भी इस तरह के मामलों की खबर है।
बिहार में ‘चमकी’ बुखार से मरने वाले बच्चों की संख्या मंगलवार को बढ़कर 111 हो गई। चमकी बुखार एक्यूट इन्सेफ्लाइटिस सिंड्रोम (एईएस) को कहा जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुजफ्फरपुर जिले के एक अस्पताल का दौरा किया और इस दौरान उन्हें नाराज लोगों द्वारा की गई नारेबाजी का सामना करना पड़ा।
एसकेएमसीएच अस्पताल और केजरीवाल अस्पताल में मरने वालों की संख्या 110 हो गई है जबकि पड़ोसी पूर्वी चंपारण जिले में एक बच्चे की जान गई है। वैसे एईएस के ज्यादातर मामले मुजफ्फरपुर में सामने आए हैं लेकिन पड़ोस के पूर्वी चंपारण और वैशाली जैसे जिलों में भी इस तरह के मामलों की खबर है।
इससे पहले, मुजफ्फरपुर के सिविल सर्जन डॉ. शैलेश प्रसाद ने बताया था कि मंगलवार देर शाम तक एईएस (चमकी बुखार) से मरने वाले बच्चों की संख्या 109 हो गयी है, जिनमें से श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एसकेएमसीएच) में 90 बच्चों और केजरीवाल अस्पताल में 19 बच्चों की मौत हुई है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को एसकेएमसीएच पहुंचकर हालात का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों और चिकित्सकों के साथ बैठक की तथा कई आवश्यक निर्देश दिए। भाषा अनुराग देवेंद्र देवेंद्र