खाद्य पदार्थों पर जीएसटी को लेकर केजरीवाल ने केंद्र पर साधा निशाना, कहा- अंग्रेज भी ऐसा करते थे
By रुस्तम राणा | Published: July 25, 2022 03:57 PM2022-07-25T15:57:02+5:302022-07-25T16:00:17+5:30
केजरीवाल कहा, केंद्र सरकार ने दही, लस्सी, गेहूं, चावल और अन्य खाद्य पदार्थों पर जीएसटी लगाया है। अंग्रेज ऐसा ही करते थे। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, दिल्ली में हमने लोगों को महंगाई से कुछ राहत देने की कोशिश की है।
शिमला: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा। आप के राष्ट्रीय संयोजक ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा आज लोग महंगाई से परेशान हैं। उन्होंने (केंद्र सरकार ने) दही, लस्सी, गेहूं, चावल और अन्य खाद्य पदार्थों पर जीएसटी लगाया है। अंग्रेज ऐसा ही करते थे। राष्ट्रीय राजधानी के मुख्यमंत्री ने कहा, दिल्ली में हमने लोगों को महंगाई से कुछ राहत देने की कोशिश की है।
उन्होंने कहा, हमने दिल्ली में इलाज, पानी, बिजली मुफ्त की। हम यह सब करने में सक्षम हैं क्योंकि हमने भ्रष्टाचार को समाप्त कर दिया है। हमने कोई कर नहीं बढ़ाया है। उन्होंने कहा, मैं केंद्र सरकार से बढ़ा हुआ जीएसटी वापस लेने की अपील करता हूं। यहां हिमाचल में आप की सरकार बनाएं, हम आपको महंगाई से राहत देंगे।
We made medical treatment, water, electricity free in Delhi. We're able to do all this as we've ended corruption.We've not increased any tax. I appeal Central Govt to withdraw the increased GST. Make AAP govt here in HP, we will give you relief from inflation: Delhi CM A Kejriwal pic.twitter.com/OycA6Kgsjz
— ANI (@ANI) July 25, 2022
वहीं इस दौरान केजरीवाल के साथ मंच पर पंजाब प्रदेश के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान भी थे। उन्होंने भी सोलन में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। पंजाब सीएम ने कहा, आम आदमी पार्टी पूरे देश में फैल रही है और इसलिए कई समस्याएं आएंगी। लेकिन आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। हम चाहते हैं कि आप हिमाचल प्रदेश में एक ईमानदार सरकार बनाएं। हमें अपने राज्य और देश को आगे ले जाना चाहिए।
आपको बता दें कि हिमाचल में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी अपनी सियासी जमीन तलाश रही है। पार्टी पंचायत स्तर पर अपना ढांचा तैयार कर रही है। पार्टी लगातार प्रदेश में अपने परिवार को बढ़ा रही है। इसके चलते पंचायत स्तर पर लोगों को पार्टी से जोड़ा जा रहा है।