जोजिला टनल को बनाने में केंद्र सरकार खर्च करेगी 6809 करोड़, जानिए किन क्षेत्रों को जोड़ने में मदद करेगी सुरंग
By सुरेश एस डुग्गर | Published: May 23, 2022 04:58 PM2022-05-23T16:58:55+5:302022-05-23T17:04:07+5:30
करगिल के जोजिला दर्रे को दुनिया का सबसे खतरनाक दर्रा माना जाता। टनल के बनने से एक तो इसे पार करने का जोखिम कम होगा और जो दूरी को तय करने में तीन घंटे लगते थे वो महज 15 मिनट में पूरी हो जाएगी। जोजिला सुरंग श्रीनगर, करगिल और लेह को आपस में जोड़ने में मददगार होगी।
जम्मू: चीन सीमा तक सारा साल पहुंच के लिए सामरिक महत्व की जोजिला टनल का जो काम वर्ष 2020 के अक्टूबर माह में शुरू हुआ था उसके बन जाने के बाद श्रीनगर-लेह राजमार्ग पर खतरों से जूझना रुक जाएगा क्योंकि यह टनल न सिर्फ यात्रा समय में कटौती कर देगी बल्कि खतरा भी पूरी तरह से खत्म कर देगी। इस टनल को बनाने में केंद्र सरकार 6809 करोड़ रुपए खर्च करेगी।
करीब 11578 फीट की ऊंचाई पर बनने वाली ये टनल बेहद आधुनिक होगी। इस टनल की लंबाई 14.15 किलोमीटर होगी। करगिल में बनने वाली जोजिला टनल हर लिहाज से दुनिया के सबसे आधुनिक सुरंगों में से एक होगी। करगिल के जोजिला दर्रे को दुनिया का सबसे खतरनाक दर्रा माना जाता। टनल के बनने से एक तो इसे पार करने का जोखिम कम होगा और जो दूरी को तय करने में तीन घंटे लगते थे वो महज 15 मिनट में पूरी हो जाएगी। जोजिला सुरंग श्रीनगर, करगिल और लेह को आपस में जोड़ने में मददगार होगी।
सुरंग से सेना को न सिर्फ चीन सीमा बल्कि पाकिस्तान की सीमा पर भी जवानों की तैनाती में मदद मिलेगी। जोजिला टनल का निर्माण सेना और सिविल इंजीनियरों की एक टीम पहाड़ को काट कर इस सुरंग बना रही है। इस सुरंग के बन जाने से श्रीनगर और लेह के बीच पूरे वर्ष भर संपर्क सुविधा मिलेगी। सुरंग बनाने की प्रक्रिया में विस्फोटकों के जरिए पत्थरों को हटाकर पहले रास्ता बनाया जाता है। सुरंग निर्माण अपने आप में इंजीनियरिंग विधा की नायाब कृति है।