लॉकडाउन के बाद पलायन को लेकर मोदी सरकार सख्त, कहा-सील करें राज्यों और जिलों की सीमाएं

By अनुराग आनंद | Published: March 29, 2020 02:19 PM2020-03-29T14:19:36+5:302020-03-29T14:31:55+5:30

दिल्ली के आनंद विहार में शनिवार को यूपी व बिहार के हजारों लोग वापस घर जाने के लिए जमा हो गए थे। अब केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने ऐसे लोगों के अवागमन को रोकने के लिए सख्त कदम उठाया है।

Center directs States to ensure no movement of people across cities. All arrangements be made for migrant labourers at their place of work including timely payment of wages. Action should be taken against those asking students/labourers to vacate: Govt of | लॉकडाउन के बाद पलायन को लेकर मोदी सरकार सख्त, कहा-सील करें राज्यों और जिलों की सीमाएं

लॉकडाउन के दौरान शहरों से वापस घर जा रहे मजदूर

Highlightsकेंद्र सरकार ने राज्यों को निर्देश दिया है कि वे शहरों में लोगों की आवाजाही को अविलंब रोकने का काम करें। भारत सरकार ने कहा कि प्रवासी मजदूर जहां काम करते हैं वहां उनको मजदूरी के समय पर भुगतान किया जाए।

नई दिल्ली: देश में कोरोना महामारी की चपेट में तेजी से लोग आ रहे हैं। वायरस का संक्रमण अब बड़े शहरों से छोटे शहरों की तरफ तेजी से बढ़ रहा है। ऐसा वक्त जब कोरोना वायरस की वजह से पूरा देश लॉडाउन है। इसी वक्त भारी संख्या में लोग शहरों से वापस अपने गांव के तरफ निकल गए।

दिल्ली के आनंद विहार में शनिवार को यूपी व बिहार के हजारों लोग वापस घर जाने के लिए जमा हो गए थे। अब केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने ऐसे लोगों के अवागमन को रोकने के लिए सख्त कदम उठाया है। केंद्र सरकार ने राज्यों को निर्देश दिया है कि वे शहरों में लोगों की आवाजाही को अविलंब रोकने का काम करें।

इसके साथ ही भारत सरकार ने कहा कि प्रवासी मजदूर जहां काम करते हैं वहां उनको मजदूरी के समय पर भुगतान किया जाए। इसके साथ ही प्रवासी मजदूरों के लिए सभी व्यवस्थाएं की जाएं। राज्य सरकारों को प्रवासी कामगारों/छात्रों के लिए समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिया गया है। साथ ही छात्रों / मजदूरों को खाली करने के लिए कहने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा गया है। 

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिये लागू किये गये लॉकडाउन से हुयी परेशानी के लिये, लोगों, खासकर श्रमिक एवं अन्य कम आय वर्ग के लोगों से माफी मांगते हुये देशवासियों से कोरोना को परास्त करने के लिये रविवार को चिकित्सकों की सलाह मानने और लॉकडाउन का पालन करने की अपील की।

मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में देशवासियों से कहा कि लॉकडाउन लागू करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं था। उन्होंने कहा, ‘‘मैं आप सभी को जो भी कठिनाई हुयी है उसके लिये क्षमा मांगता हूं।’’ उन्होंने कहा कि बीमारी का प्रकोप फैलने से पहले ही उससे निपटना चाहिये वरना बीमारी असाध्य हो जाती है।

मोदी ने कहा, ‘‘कोरोना सभी को चुनौती दे रहा है। ये देश की सीमाओं से परे है। यह मानव जाति को समाप्त करने की जिद ठान कर बैठा है। लेकिन हमें इसका खात्मा करने का संकल्प लेकर ही आगे बढ़ना होगा।’’ उन्होंने लोगों से आने वाले कई दिनों तक धैर्य बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि हमें लक्ष्मणरेखा का पालन करना ही है।

उन्होंने कहा कि कुछ लोग नियमों का अब भी पालन नहीं कर रहे हैं। उनसे यही कहना है कि अगर लॉकडाउन का पालन नहीं करेंगे तो इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। क्योंकि कुछ देशों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया, इसकी वे आज कीमत चुका रहे हैं। मोदी ने कहा कि इस संघर्ष में अग्रिम पंक्ति में लगे कई योद्धा खासकर नर्स बहनें, डाक्टर पारामेडिकल स्टाफ कोरोनो को पराजित कर चुके हैं, उनसे प्रेरणा लेनी है।

Web Title: Center directs States to ensure no movement of people across cities. All arrangements be made for migrant labourers at their place of work including timely payment of wages. Action should be taken against those asking students/labourers to vacate: Govt of

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